अब जबलपुर से छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर जाने के लिए दो ट्रेन हो गई हैं। रायपुर इंटरसिटी ट्रेन मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ के बीच व्यापारिक संपर्क को मजबूत करेगी। वहीं रीवा-पुणे ट्रेन से युवाओं, नौकरी पेशा और छात्रों को फायदा होगा। जबलपुर से रायपुर का सफर 7 घंटे 50 मिनट में पूरा होगा।
एक साथ दो ट्रेन की सौगात
जबलपुर-रायपुर इंटरसिटी स्पेशल ट्रेन निर्धारित समय सुबह 10.45 बजे के स्थान पर सुबह 11.30 बजे रवाना हुईं। वही रीवा-हड़पसर ट्रेन 45 मिनट देर से आई। दोनों ट्रेनों का जबलपुर मंडल के सभी स्टेशनों पर भव्य स्वागत किया गया।
5 अगस्त को ट्रेन रायपुर से चलेगी
रायपुर-जबलपुर ट्रेन 5 अगस्त को रायपुर से जबलपुर के लिए रवाना होगी। 6 अगस्त से यह ट्रेन दोनों दिशाओं में प्रतिदिन चलेगी। रायपुर से दोपहर 2:45 बजे प्रस्थान कर रात 10:45 बजे जबलपुर पहुंचेगी। जबलपुर से सुबह 6:00 बजे रवाना होकर दोपहर 1:50 बजे रायपुर पहुंचेगी।
रीवा-हड़पसर सप्ताह में एक दिन
रीवा-हड़पसर (पुणे) ट्रेन सप्ताह में एक दिन चलेगी। प्रत्येक बुधवार सुबह 6:45 बजे रीवा से प्रस्थान कर सुबह 10:10 बजे जबलपुर और अगले दिन सुबह 9:45 बजे हड़पसर पहुंचेगी। वापसी में ट्रेन हर गुरुवार को दोपहर 3:15 बजे हड़पसर से रवाना होकर शुक्रवार को दोपहर 1:10 बजे जबलपुर और शाम 5:30 बजे रीवा जाएगी।
अमरकंटक एक्सप्रेस पर लोड होगा कम
अभी जबलपुर से रायपुर के लिए अमरकंटक एक्सप्रेस ट्रेन थी। यह ट्रेन भोपाल से दुर्ग के बीच चलती है। सिंगल ट्रेन होने के कारण यात्रियों को आसानी से टिकट मिलना मुश्किल होता है।
रेडीमेड कारोबार को मिलेगी गति
जानकारों का कहना है कि जबलपुर-रायपुर ट्रेन के चलने से रेडिमेड कारोबार को गति मिलेगी। जबलपुर में तैयार होने वाले रेडिमेड कपड़ों का एक बड़ा हिस्सा रायपुर जाता है। व्यवसायी अंशुल बजाज ने कहा कि जबलपुर और रायपुर के बीच कपड़ों के कारोबार में तेजी आएगी। एक ही ट्रेन अमरकंटक में कई बार टिकट नहीं मिलने से व्यापारियों को परेशान होना पड़ता था। इससे न केवल व्यापार बढे़गा बल्कि लागत में भी कमी आएगी।
यात्रियों में खुशी की लहर
जबलपुर से रवाना हुई इंटरसिटी ट्रेन की पहली यात्रा में शामिल यात्रियों में उत्साह देखने को मिला। जबलपुर से 200 यात्री रायपुर गए। यात्रियों ने कहा कि रायपुर के लिए एक ही ट्रेन होने से परेशानी होती थी। कई बार टिकट नहीं मिलता था। जबलपुर निवासी चंपासेन गुप्ता ने कहा कि उनके परिजन रायपुर में रहते हैं। अभी वे कथा सुनने के लिए जा रही हैं। इसी तरह शालिनी सेन, गजेंद्र वैष्णव ने कहा कि ट्रेन के चलने से न केवल व्यापार बढे़गा बल्कि संस्कारधानी से छग जाना आसान हो जाएगा।