बाइक से हेलमेट लगाकर की थी रैकी
यह पूरी वारदात फिल्मी अंदाज में घटित की गई। डकैतों ने स्मॉल फाइनेंस बैंक को टारगेट किया और फिर सुरक्षित दूरी की तलाश करते हुए एक दलाल के माध्यम से इंद्राना निवासी इंद्रजीत विश्वकर्मा का घर किराए पर लिया। आरोपियों ने आठ-दस दिन रुकने की बात कही थी। वहीं से आरोपी अलग-अलग बाइक से हेलमेट लगाकर रैकी करने सिहोरा आते थे। प्लान बनाकर पांचों सोमवार की सुबह सिहोरा पहुंचे और फिर 27 मिनट में 14 किलो 875 ग्राम सोना, 5 लाख नकद लूटकर भाग निकले।
मिला हथियारों का जखीरा
आरोपी अपने साथ केवल लूटा हुआ माल लेकर भागे। हथियार व कुछ बैग इंद्रजीत के घर पर ही छोड़ गए। सुरागरस्सी से पुलिस इंद्राना में दबिश दी। बदमाशें के किराए के कमरे का ताला तुड़वाकर तलाशी ली तो कट्टे और रिवाल्वर मिले। कुछ खाली बैग और कपड़े भी वहीं थे। पुलिस ने बदमाशों को कमरा दिलाने में मदद करने वाले सिहोरा निवासी सोनू नामक युवक को हिरासत में लिया और पूछतांछ की। वहीं मकान मालिक इंद्रजीत विश्वकर्मा के भी बयान लिए गए।
बाहर से बुलाई गैंग
पूरे घटनाक्रम की कड़िया पुलिस जोड़ रही है। अभी तक जो जानकारी सामने आई उसके अनुसार वारदात का मास्टरमाइंड पाटन का एक युवक है। जिसने लूट के लिए बाहर से गैंग बुलाई थी। घटना के बाद से युवक फरार है। पुलिस उसकी तलाश कर रही है। पुलिस का अनुमान है कि कम से कम तीन लोग बाहर के थे।
एक सप्ताह तक रेकी
पुलिस ने बैंक के आसपास के सीसीटीवी खंगाले हैं। उससे खुलासा हुआ कि वारदात के पहले डकैतों ने सात दिन तक वहां रेकी की थी। बैंक का पूरा शेड्यूल अच्छे से परखा। कौन कर्मचारी कितने बजे ड्यूटी पर आता है इसकी पूरी जानकारी ली। उन्होंने डकैती के लिए सुबह का वक्त इसलिए चुना, क्योंकि उस वक्त बैंक में बहुत कम ग्राहक आते हैं।
डकैतों पर तीस हजार का इनाम
डकैतों पर आइजी प्रमोद वर्मा ने 30 हजार रुपए का इनाम घोषित किया है। एसपी सम्पत उपाध्याय की अनुसंशा पर यह इनाम घोषित किया गया। सूचनाकर्ता का नाम भी गोपनीय रखा जाएगा।