बता दें कि बुधवार की सुबह पुलिस प्रॉपर्टी एजेंट शिलोम और चौकीदार बलवीर अहिरवार को भी साथ ले गई थी। वहीं दोपहर में लोकेन्द्र सिंह तोमर, शिलोम और बलवीर का क्राइम ब्रांच थाने में आमना-सामना कराया गया। जिसके बाद लैपटॉप के बारे में जानकारी सामने आ गई।
शिलोम जेम्स ने ही नाले में फेंका था लैपटॉप
मामले में सामने आया है कि शिलोम जेम्स ने पुलिस को बताया है कि उसने सोनम के लैपटॉप को खोलकर देखे बिना ही नाले में फेंक दिया था। शिलोम के मुताबिक, उसे पता था कि यह डिजिटल एविडेंस है, जिसमें वह फंस सकता है। लेकिन वह ऐसा नहीं चाहता था कि पुलिस को किसी भी तरह इसके बारे में पता चल सके। इंदौर में सोनम, विशाल चौहान और राज कुशवाह उसके हीराबाग स्थित जी-1 फ्लैट में रुके थे। मेघालय पुलिस को अब पूरा पूरा शक है कि जो लैपटॉप सोनम इस्तेमाल कर रही थी, उसमें कारोबार के साथ ही अन्य लेन-देन और हवाला से संबंधित कई जानकारियां हो सकती हैं। मेघालय पुलिस बतौर सबूत शिलॉन्ग कोर्ट में अहम साबित हो सकता है।
शिलोम ने सफेद थैली में रेप कर इंदौर के नाले में फेंका था लैपटॉप
बता दें कि मेघालय पुलिस को इंदौर के एक नाले में सर्चिंग के समय सोनम का लैपटॉप एक सफेद थैली में लिपटा मिला। उम्मीद जताई जा रही है कि वह सुरक्षित है और अब उसमें छिपे कई राज सामने आ जाएंगे।