माना जा रहा है, शिलांग गए राजा रघुवंशी (30) निवासी सहकार नगर, कैट रोड की हत्या की साजिश इंदौर में ही रची गई और 2100 किलोमीटर दूर शिलांग में इसे अंजाम दिया गया। शिलांग से 1100 किमी दूर गाजीपुर से सोनम बरामद हुई और तीन आरोपी इंदौर में गिरफ्त में आए। उधर, गुस्साए राजा के परिवार ने सोनम की तस्वीर फाड़कर जला दी और आरोपियों को फांसी देने की मांग की है।
टूट गई थी सोनम
राज से पूछताछ कर रहे अफसरों ने कहा कि वीडियो कॉल कर सोनम से बात करवाएं। सोनम शुरुआत में सवालों को टालती रही। वह खुद को पीड़ित और असहाय बताने की कोशिश कर रही थी। लेकिन जैसे ही कैमरा राज की तरफ कैमरा घुमाया सोनम देखती रह गई। उसे बताया कि राज और विशाल ने सब बता दिया है। सोनम फोन पर ही टूट गई और उसने राजा की हत्या में शामिल होना स्वीकार लिया। इसके बाद शिलांग पुलिस का एक दल गाजीपुर रवाना किया गया।
कहानी गले नहीं उतर रही
राजा के भाई अर्पित ने बताया, रात में सोनम के भाई गोविंद का कॉल आया था। सोनम ने चर्चा में उन्हें बताया कि पति की हत्या के बाद उसे कुछ लोग अपहरण कर ले गए थे। 17 दिन से वह बेहोश थी। उप्र कैसे पहुंची पता नहीं चला। सोनम की बताई कहानी उसके भाई से सुनने के बाद रघुवंशी परिवार हैरान है। परिवार का कहना है कि ऐसी कौनसी दवा आती है, जिसे खाने के बाद कोई 17 दिन तक बेहोश रहता है। आखिरी बार सोनम ने सास से बात की थी, लेकिन पति की बात नहीं करवाई। बाद में कॉल की बात कही। इतने दिन लापता रही, एक बार भी होश नहीं आया।