इंदौर मेट्रो के ट्रॉयल के दौरान सितंबर 2023 में इंदौर-उज्जैन के बीच मेट्रो ट्रेन का संचालन करने की घोषणा हुई थी। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने बाद में घोषणा की थी कि सिंहस्थ 2028 तक इंदौर से उज्जैन के बीच मेट्रो शुरू हो जाएगी। हालांकि, डीपीआर फाइनल नहीं होने से यह संभव नजर नहीं आ रहा है। मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन ने डीपीआर बनाने का काम दिल्ली रेल कॉर्पोरेशन को दिया है। वहां की टीम सर्वे कर चुकी है।
सिंहस्थ तक ट्रैक पूरा होने की संभावना नहीं
नई प्लानिंग में इंदौर-उज्जैन के बीच करीब 50-51 किमी का कॉरिडोर बनेगा। अफसरों का कहना है कि जल्द डीपीआर तैयार होती है तो भी एक साल में काम शुरू नहीं हो पाएगा। सिंहस्थ तक ट्रैक पूरा होने की संभावना नहीं है। प्लानिंग का प्रेजेंटेशन सीएम के सामने होने के बाद डीपीआर फाइनल होगी। सीएम से प्रेजेंटेशन के लिए समय मांगा है।
10 हजार करोड़ खर्च का अनुमान
अफसरों के मुताबिक, स्टेशन पहले लवकुश चौराहा, अरबिंदो हॉस्पिटल, बारोली, धरमपुरी, तराना, सांवेर, पंथ पीपलई, निनौरा, इंजीनियरिंग कॉलेज उज्जैन, नानाखेड़ा व महाकाल पर प्रस्तावित थे। 47-48 किमी में 10 हजार करोड़ खर्च अनुमानित है। इस बीच सीएम ने उज्जैन में आगर रोड पर भी एलिवेटेड कॉरिडोर बनाने की बात कही।