श्री लक्ष्मीनारायण एस्ट्रो सॉल्यूशन, अजमेर की निदेशिका और प्रसिद्ध टैरो कार्ड रीडर नीतिका शर्मा ने बताया कि अगस्त में दो राजयोग बनने जा रहे हैं, पहला गजलक्ष्मी राजयोग और लक्ष्मी नारायण राजयोग है। यह महीना गजलक्ष्मी योग से शुरू होगा क्योंकि गुरु और शुक्र की युति मिथुन राशि में हो रही है। साथ ही 11 अगस्त को बुध मार्गी होकर कर्क राशि में होंगे, 16 अगस्त को सूर्य सिंह राशि में प्रवेश करेंगे और 21 अगस्त को शुक्र कर्क राशि में गोचर करेंगे जिससे लक्ष्मी नारायण योग बनेगा। तो आइए जानते हैं इसका क्या असर होगा हमारे जीवन पर।
ग्रहों का गोचर और उनका असर:
- बुध का गोचर:
- शुरुआत में बुध कर्क राशि में वक्री अवस्था में रहेंगे।
- 11 अगस्त से मार्गी होंगे और 30 अगस्त को सिंह राशि में प्रवेश करेंगे।
- यह परिवर्तन पुष्य, अश्लेषा और मघा नक्षत्रों में होगा।
- शुभ राशियां: वृष, सिंह, कन्या, वृश्चिक, मकर
- अशुभ राशियां: मेष, मिथुन, कर्क, तुला, धनु, कुंभ, मीन
- सूर्य का गोचर:
- 17 अगस्त को सूर्य सिंह राशि में प्रवेश करेंगे और केतु के साथ युति कर ग्रहण योग बनाएंगे।
- शुभ राशियां: वृष, सिंह, कन्या, तुला, कुंभ
- अशुभ राशियां: मेष, मिथुन, कर्क, वृश्चिक, धनु, मकर, मीन
- शुक्र का गोचर:
- 21 अगस्त को शुक्र कर्क राशि में प्रवेश करेंगे और बुध के साथ मिलकर लक्ष्मी नारायण योग बनाएंगे।
- शुभ राशियां: मेष, वृष, मिथुन, कर्क, सिंह, कन्या, तुला, धनु, मकर
- अशुभ राशियां: वृश्चिक, कुंभ, मीन
गोचर का प्रभाव:
- कुछ जगहों पर भारी बारिश और प्राकृतिक आपदाएं संभव हैं।
- भूकंप, बाढ़, तूफान और भू-स्खलन जैसी घटनाएं हो सकती हैं।
- बस, ट्रेन या अन्य यातायात से जुड़ी दुर्घटनाएं हो सकती हैं।
- बीमारी और संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है।
- राजनैतिक क्षेत्र में संघर्ष और बदलाव दिख सकते हैं।
- नौकरियों और आमदनी में बढ़ोतरी के संकेत हैं।
क्या करें उपाय
- “हं हनुमते नमः”, “ॐ नमः शिवाय” और “हं पवननंदनाय स्वाहा” का जाप करें।
- हर दिन सुबह-शाम हनुमान जी के सामने सरसों के तेल का दीपक जलाएं।
- लाल मसूर की दाल शाम को हनुमान मंदिर में चढ़ाएं।
- पान और बूंदी के लड्डू हनुमान जी को अर्पित करें।
- महामृत्युंजय मंत्र और दुर्गा सप्तशती का पाठ करें।