इस साल अब तक महाराष्ट्र में इतने नए केस आए
महाराष्ट्र स्वास्थ्य विभाग की मानें तो मुंबई में ही मई में कोविड-19 के 95 नए केस दर्ज किए गए हैं। इसमें से तकरीबन 16 लोगों का अस्पताल में इलाज कराया जा रहा है और इनमें से अधिकांश को मुंबई केईएम अस्पताल से सेवेन हिल्स अस्पताल में शिफ्ट किया गया है।
इसी के साथ जनवरी से अब तक राज्य में कोरोना इंफेक्शन के केस की संख्या बढ़कर 106 हो गई है। कोविड 19 के बढ़ते केस के मद्देनजर यहां एंफ्लुएंजा और सांस संबंधी संक्रमण वाले सभी रोगियों की एहतियातन कोरोना की जांच कराई जा रही है।
पुणे के अस्पताल में 50 बेड आरक्षित
महाराष्ट्र में कोरोना के नए केस बढ़ने के बाद पुणे के स्थानीय निकाय अलर्ट मोड पर हैं। नगर निगम के स्वास्थ्य अधिकारियों के मुताबिक मई में 87 वर्षीय एक व्यक्ति में कोविड 19 का इंफेक्शन पाया गया था, वो अब ठीक हो चुका है। फिलहाल यहां कोविड का कोई केस नहीं है।लेकिन एहतियातन नायडू अस्पताल में कोविड 19 के मरीजों के लिए 50 बिस्तर आरक्षित रखे गए हैं। पुणे नगर निगम की स्वास्थ्य प्रमुख डॉ. नीना बोराडे से मिली जानकारी के मुताबिक फिलहाल सिविल अस्पतालों में कोविड टेस्ट नहीं किए जा रहे हैं, इसके लिए दिशानिर्देशों का इंतजार किया जा रहा है।
पुडुचेरी में आए इतने नए केस
केंद्रशासित प्रदेश पुडुचेरी में भी 12 नए केस सामने आए हैं। चेन्नई के चिकित्सकों के मुताबिक पहले बुखार वाले जिन रोगियों को एंफ्लुएंजा का मरीज माना जाता था, कोविड के नए केस आने के बाद उनकी कोविड जांच कराई जा रही है।
कर्नाटक और गुजरात में भी नए केस
कर्नाटक और गुजरात में भी कोरोना के नए मामले रजिस्टर किए गए हैं। कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री दिनेश गुंडू राव ने अपने एक बयान में बताया है कि कर्नाटक में कोविड-19 के 16 एक्टिव केस हैं। जबकि गुजरात के अहमदाबाद में एक ही दिन में सात नए केस सामने आने के बाद अधिकारियों ने निगरानी बढ़ा दी है। सभी रोगी अपने घरों में आइसोलेशन में हैं।
मुंबई में सबसे अधिक मामले
भारत में मई के रिकॉर्ड देखें तो अभी तक मुंबई में ही कोविड 19 के सबसे अधिक केस सामने आएं हैं। यहां मई में 95 नए केस दर्ज किए गए हैं, जबकि सबसे कम 7 केस अहमदाबाद में दर्ज किए गए हैं।
बचाव के लिए एक्सपर्ट ने दी सलाह
एक्सपर्ट्स के मुताबिक इससे पहले विश्व स्वास्थ्य संगठन ने मई 2023 में कोरोना महामारी के खत्म होने की घोषणा कर दी थी, लेकिन कम संख्या में ही सही लगातार इसके केस सामने आ रहे थे। भारत में अभी तक सामने आए केस हल्के हैं और गंभीर प्रकृति के नहीं हैं।फिर भी बुजुर्गों, गर्भवती महिलाओं और गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहे लोगों को भीड़भाड़ वाली जगहों पर मास्क पहनना चाहिए। साथ ही घर से बाहर की चीजों को छूने के बाद हाथ धोने की आदत डालनी चाहिए और एन्फ्लुएंजा का टीकाकरण भी करा लेना चाहिए।