यह है प्रस्तावित बाइपास
11 चकों को जोड़ते हुए शहर से 13.65 किमी का नया बाइपास निकलेगा। इस बाइपास की चौड़ाई तीस मीटर होगी। इसके लिए पीडब्ल्यूडी भूमि अधिग्रहण करेगी। इस पर करीब 90 करोड़ रुपए के खर्च का आंकलन किया गया है। बाइपास व भूमि अधिग्रहण को लेकर एसडीएम की अध्यक्षता में जनसुनवाई भी हो चुकी है। करीब सौ फीट चौड़ाई वाले बाइपास पर डामर व एक आरओबी के निर्माण पर 110 करोड़ रुपए खर्च होंगे।निजी स्वार्थ का आरोप, लगाई गुहार
प्रस्तावित बाइपास पर आपत्ति जताते हुए कई जनों ने जिला कलक्टर को ज्ञापन सौंपकर निजी स्वार्थ का आरोप लगाया है। इनका आरोप है कि चहेतों को लाभ देने के लिए यह बाइपास घनी आबादी क्षेत्र से निकाला जा रहा है। जबकि इस बाइपास का औचित्य इंटरचेंज के पास ही निकलने पर ही पूरा होगा।राजस्व का नहीं होगा नुकसान
जिला कलक्टर को अवगत करवाया कि चक 16 एल एम एच प.नं. 139/285 पर प्रस्तावित ट्रैक पर रोड निर्माण के लिए कारस्तकारी व मुआवजा राशि अधिक देनी पड़ेगी। जिससे सरकार को आर्थिक हानि होगी। जबकि चक नं 14 एल एम एच प.नं. 138/287 का ट्रैक राज्यस्तरीय रिकॉर्ड में गैरमुमकिन रास्ता है। पूर्व में ही दर्ज है इस पर सड़क का निर्माण होने से सरकार को आर्थिक हानि नहीं उठानी पड़ेगी। वहीं चक नं 16 एल एम एच प.नं. 139/285 पर प्रस्तावित ट्रैक बनने से रिंग रोड का इंडस्ट्रीयल एरिया बिल्कुल से जुड़ाव नहीं होगा जबकि चक नं 14 एल एम एच प.नं. 138/287 का ट्रैक बनने से उक्त एरिया के नजदीक होगा और वाहनों को अत्यधिक सुविधा होगी। भविष्य में रोजगार के अत्यधिक अवसर बनेंगे।आबादी क्षेत्र में निकाल दिया
बाइपास आने वाली तीस सालों की आबादी को देखते हुए सोच समझकर निकालना चाहिए। लेकिन अधिकारियों ने आबादी क्षेत्र में ही निकाल दिया। इस बाइपास से व्यापारियों को लाखों रुपए का नुकसान होगा और रोजाना दुर्घटनाएं होंगी। इसमें बदलाव किया जाना चाहिए।इंद्रजीत शर्मा, पूर्व सरपंच, हनुमानगढ़।
बाइपास बनेगा सिरदर्द
जिस चक से बाइपास से निकाला जा रहा है, उच्च अधिकारियों को वहां जाकर देखना चाहिए। घनी आबादी क्षेत्र से बाइपास निकालकर राजस्व का नुकसान होगा, लोगों के लिए सिरदर्द बनेगा और कुछ नहीं। भविष्य की समस्या को देखते हुए बनाया जा रहा है न की नई समस्या उत्पन्न करने के लिए।सतपाल, व्यापारी, कोहला।
करवाया है अवगत
प्रस्तावित बाइपास को लेकर विधायक गणेशराज बंसल से मिले थे। उन्हें इस बाइपास से होने वाले नुकसान से अवगत करवाया है। इस पर विधायक ने बाइपास की जगह बदलने का आश्वासन दिया है। यह बाइपास भारत माला इंटरचेंज से पहले निकलना चाहिए।नोमेश गर्ग, व्यापारी नेता, कोहला।