दरअसल नगरीय निकाय व पंचायतों में एक पते पर 10 से अधिक लोगों के नाम दर्ज हैं, उन मतदाताओं का सत्यापन करना है। यह लोग मौके पर हैं या नहीं। या दूसरी जगह शिफ्ट हो गए है। सत्यापन के लिए श्रेणी बनाई गई है। इसमें मृत मतदाता, स्थान परिवर्तित मतदाता, भौतिक सत्यापन में सही पाए गए मतदाता देखना है।
नगर निगम में 16246 घरों की जांच
नगर निगम के 66 वार्ड में 16 हजार 426 घरों की जांच की जानी है। इन घरों में 10 से अधिक मतदाताओं का पता रजिस्टर्ड है। इस जांच को नगर निगम के राजस्व निरीक्षक कर रहे हैं। – नगर निगम ने भी अपना सर्वे पूरा नहीं कर पाया है। 14 अगस्त तक रिपोर्ट नगरीय निकाय के निर्वाचन कार्यायल में पहुंच जानी थी।
विधानसभा में बूथ की संख्या पहुंचेगी 2000 के पार
राज्य निर्वाचन आयोग ने भी मतदाता सूची के पुनरीक्षण की तैयारी कर ली है। बीएलओ का प्रशिक्षण हो चुका है। बूथ की रिपोर्ट तैयार की जा रही है। अब एक बूथ पर 1200 मतदाताओं के नाम रहेंगे। इस कारण नए बूथ बन सकते हैं। जिले की 6 विधानसभा में 2000 से ऊपर बूथ पहुंच सकते हैं। – वर्तमान में 1679 बूथ हैं। इन बूथों पर मतदाताओं की संख्या अधिक है, जिससे वजह बूथ पर कतार लगती है। 2023 में विधानसभा चुनाव में लंबी कतार की वजह से लोग बिना वोट डाले लौट गए थे।
– इस बार गहन पुनरीक्षण किया जाना है। मृतक, दूसरी जगह जा चुके मतदाता, एक जैसे फोटो व नाम वाले मतदाताओं को चिह्नित किया जाएगा। ऑनलाइन रहेगा पुनरीक्षण – वैसे 1 से पांच अगस्त के बीच मतदाता सूची का पुनरीक्षण कार्यक्रम शुरू हो जाता था, लेकिन इस बार लेट हो गया है। क्योंकि मतदाता सूची को लेकर विपक्ष ने सवाल खड़े किए हैं।
– इस बार पूरा पुनरीक्षण ऑनलाइन रहेगा। बीएलओ मतदाता के घर पहुंचेंगे और मतदाता की जानकारी ऑनलाइन भरेंगे। जिले के चार विकासखंड में 10000 घर, जिनमें वोटरों की भरमार विकास खंड 11 से 20 21 से 30 31 से 40 41 से 50 50 से अधिक
मुरार 2049 236 40 10 7 घाटीगांव 2067 245 25 5 0 डबरा 2385 288 53 4 1 भितरवार 2312 239 26 7 1 योग 8813 1008 144 26 9