शहर में घूम रहे 15000 से ज्यादा कुत्ते…
पशुपालन विभाग में 2020 की जनगणना के अनुसार निगम सीमा में करीब 7300 आवारा कुत्ते हैं। इसमें मेल 3624, फीमेल 3542 हंै। जबकि पुरानी छावनी में 515 कुत्ते हैं, इसमें मेल 250 व फीमेल 275 है। वहीं वर्तमान में शहर में 15000 से अधिक आवारा कुत्ते हैं जो हर दिन लोगों को काट रहे है।पांच साल में ढाई करोड़ खर्च,9 दिन में 161 नसबंदी
शहर में कुत्तों की संख्या को कम करने के लिए निगम नसबंदी करवाता है। बीते पांच सालों में एनीमल फ्यूर एंड केयर,आरपी ङ्क्षसह मथूरा, एनिमल केयर फाउंडेशन, उपमन्यु कल्याण समिति, सिदांत सोसायटी फॉर एनिमल वेलफेयर संस्था पर 2.52 करोड़ रुपए खर्च किए है। इस राशि से 27566 नसंबदी हुई है। लेकिन उसके बाद भी कुत्तों की संख्या में बढ़ोत्तरी हुई है। निगम की नसंबदी के लिए करीब एक करोड़ में नया ठेका एनिमल केयर फाउंडेशन को दिया है। फर्म ने 4 से 12 अगस्त तक 161 कुत्तों की नसबंदी की है। एक नसंबदी पर 1170 रुपए दिए जा रहे है जो कि बीते पांच सालों में सबसे ज्यादा है। संस्था हर दिन 15 से 20 नसबंदी कर रही है और नौ दिन में 161 नसबंदी कर 1,88,370 रुपए कमा लिए है।कुत्तों की नसबंदी पर एक नजर
वर्ष——नसबंदी——दर——राशि2021-22——10421——945——9847845
2022-23——8542——945——8072190
2023 मार्च——3300——860——2838000
2024-25——5142——836——4298712
2025 अगस्त——161——1170——188370
नोट : गड़बड़ी मिलने पर अप्रेल से 15 मार्च 2023 तक कुत्ते पकड़ने का कार्य नहीं हुआ था।
जेएएच के आकंड़े
2020——–26762021——–4966
2022——–7082
2023——–7007
2024——–2५0६५
2025 अगस्त 10 तक 14602
(स्रोत: राष्ट्रीय रैबीज नियंत्रण कार्यक्रम के तहत एनएचएम द्वारा कराए गए सर्वे की रिपोर्ट।)