अरब सागर-बंगाल की खाड़ी से आ रही थी नमी
अरब सागर व बंगाल की खाड़ी से आ रही नमी के कारण बुधवार को भी शहर में हल्के बादल छाए रहे। इस कारण तेज धूप नहीं हो सकी। अधिकतम तापमान 34.1 डिग्री सेल्सियस से बढक़र 36.4 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया, लेकिन सामान्य से नीचे रहने की वजह से गर्मी का अहसास नहीं रहा। मौसम विभाग के अनुसार 6 जून से हवा का रुख बदलेगा। राजस्थान की गर्म हवा चलने की वजह से गर्मी बढ़ेगी।
6 से 12 जून तक 44 डिग्री पहुंच सकता है पारा
6 से 12 जून के बीच अधिकतम तापमान 44 डिग्री सेल्सियस का आंकड़ा छू सकता है। जम्मू कश्मीर में सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ व चक्रवातीय घेरों की वजह से शहर सहित अंचल का मौसम बिगड़ गया था। बारिश व आंधी के कारण हवा में नमी मौजूद है। नमी के कारण बादल छा रहे हैं। इस पश्चिमी हवा की जगह पूर्वी हवा चल रही है। इस वजह से तापमान सामान्य से 5.8 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज हुआ है। दिन व रात में गर्मी से राहत है। न्यूनतम तापमान 23.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ, जो सामान्य से 4.7 डिग्री सेल्सियस कम रहा।
MP में एंट्री से पहले मानसून की रफ्तार हुई कम
पश्चिम बंगाल में एंट्री के बाद मानसून की रफ्तार कुछ थम गई है। 24 मई को मानसून ने केरल में दस्तक दी थी, उसके बाद तेजी से दक्षिण भारत के राज्यों में फैल गया, इसके बाद कयास लगाए जा रहे थे कि मानसून इस बार समय से पहले ही मध्य प्रदेश में पहुंच जाएगा। लेकिन मध्य प्रदेश में दस्तक देने से पहले इसकी रफ्तार धीमी हो गई है। मौसम विभाग ने अगले 8 से 10 दिन के बाद फिर से मानसून के आगे बढ़ने की संभावना जताई है।
एमपी में 15 जून तक दस्तक दे सकता है मानसून
मानसून 2025 की रफ्तार धीमी है, लेकिन मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक मध्य प्रदेश में तय समय यानी 15 जून तक या उससे पहले दस्तक दे सकता है।