पंजाब नेशनल बैंक के फील्ड ऑफिसर पंकज शर्मा को 25 जुलाई को मिनी गोल्डन संस्कार नशामुक्ति केंद्र में भर्ती कराया गया था। वे पूरी तरह स्वस्थ हो गए लेकिन 12 अगस्त को केंद्र वाले उन्हें जबरन पकड़कर वापस ले गए थे। पंकज को रात भर पीटा जिससे उनकी मौत हो गई।
परिजनों ने बताया कि बुधवार सुबह करीब 5 बजे हमें बताया कि पंकज की हालत बेहद बिगड़ गई है। ट्रॉमा सेंटर में स्ट्रेचर पर पंकज की लाश पड़ी मिली। सूचना के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और शव का पोस्टमॉर्टम कराया। पंकज के चेहरे, आंख और शरीर में कई जगहों पर गंभीर चोटों के निशान पाए गए हैं।
पंकज को पकड़ा और वापस ले गए
उपनगर मुरार त्यागी नगर निवासी 33 साल के पंकज शर्मा की एक बेटी है। वे कुछ समय से स्मैक-गांजा पीने लगे थे तो परिजनों ने उन्हें नशामुक्ति केंद्र में भर्ती करा दिया था। मंगलवार सुबह पंकज भागकर अपने घर आ गए। केंद्र वालों ने बड़ागांव खुरैरी में पंकज को पकड़ा और वापस ले गए।
घटना के बाद नशा मुक्ति केंद्र के संचालक फरार
बुधवार सुबह नशामुक्ति केंद्र के संचालक विशाल कांकर और हर्ष शिंदे ने परिजनों को फोन कर बताया कि पंकज की तबीयत बुरी तरह बिगड़ गई है। जेएएच के ट्रॉमा सेंटर वह मृत पड़ा मिला। डॉक्टरों ने बताया कि पंकज को यहां पर मृत अवस्था में ही लाया गया था। परिजनों ने पंकज के शव पर जगह-जगह गंभीर चोट के निशान देखे तो हंगामा कर दिया। उन्होंने नशा मुक्ति केंद्र के संचालक पर पंकज की हत्या का आरोप लगाते हुए उनके खिलाफ FIR दर्ज करने की मांग की। घटना के बाद नशा मुक्ति केंद्र के संचालक विशाल कांकर और हर्ष शिंदे फरार हो गए हैं। महाराजपुरा थाना प्रभारी धर्मेंद्र यादव ने बताया युवक के शरीर पर चोटों के निशान हैं। परिजनों ने नशामुक्ति केंद्र के लोगों पर हत्या का आरोप लगाया है। हमने जांच शुरु कर दी है।