क्या है वीडियो मे?
वीडियो में दिख रहा है कि जब पुलिस एक महिला को अपने साथ ले जा रही थी, तब 6 साल का एक बच्चा पीछे दौड़ता रहा। वह न सिर्फ डरा-सहमा नजर आ रहा है बल्कि उसकी चीख ने वहां खाड़े कई लोगों की आंखें नम कर दीं। लोगों का कहना है कि इस प्रकार के दृश्य बच्चों के मन में गहरा डर बैठा सकते हैं, जिससे आगे चलकर उनमें असुरक्षा, अवसाद और आक्रोश जैसी समस्याएं पनप सकती है। इस मामले ने अब यह सवाल भी पैदा कर दिया है कि प्रशासनिक कार्रवाई के दौरान क्या बच्चों और महिलाओं की मानसिक स्थिति का ध्यान रखा जाना जरूरी है। कानून व्यवस्था कायम रखने की प्रक्रिया में मानवीय संवेदनाओं को अनदेखा नहीं किया जाना चाहिए।
जिस स्थान से अतिक्रमण हटाया, उस पर भी छिड़ा विवाद
गणेशपुरा में जिस जमीन से अतिक्रमण हटाया गया है, उसे लेकर भी नया विवाद सामने आया है। स्थानीय लोगों ने पट्टों से जुड़े दस्तावेज, बिजली और पानी के भुगतान संबंधी बिल प्रस्तुत किए हैं। उनका दावा है कि वे कई क्यों से इस स्थान पर रह रहे थे और प्रशासन द्वारा बिना वैकल्पिक व्यवस्था के कार्रवाई की गई।
वहीं स्थानीय सूत्रों का कहना है कि उक्त जमीन पर अभी भी कई लोगों का कब्जा है, जिन पर फिलहाल कोई कार्रवाई नहीं की गई है। उल्लेखनीय है कि अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई के दौरान एक बुजुर्ग ने त्रिशूल से जामनेर थाना प्रभारी सुरेश सिंह कुशवाह की चोट पहुंचाई थी। उन्होंने त्रिशूल लेकर दौड़ते अतिक्रमणकारी को अकेले पकड़ने की हिम्मत दिखाई थी, जबकि वहां तीन थानों की फोर्स मौजूद थी।
हमले के आरोपी को भेजा जेल
बता दें कि मधुसूदनगढ़ में नया बस स्टैंड बनना है। इसके लिए गणेशपुरा गांव में 3 हेक्टेयर जमीन बस स्टैंड के लिए दी गई है। 6 बीपा जमीन पर लेखराज का अतिक्रमण था और एक बीघा जमीन पर रघुवीर ढीमर का अतिक्रमण है। शेष जमीन पर लगभग 30 मकान बने है। शनिवार को हुए बवाल के बाद पुलिस ने लेखराज पर शासकीय कार्य में बाधा, धारदार हथियार से हमला करने सहित अन्य धाराओं में एफआईआर दर्ज की है। उसे न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया है। बस संचालकों से चर्चा कर बनाया अस्थायी स्टॉपेज
भहेर नदी के समीप शनिवार को साढ़े सात बीधा शासकीय भूमि अतिक्रमणकर्ताओं से मुक्त कराई गई थी। जिसका समतलीकरण कार्य प्रगति पर है। रविवार को सीएमओ वीरेंद्र चक्रवर्ती ने बस एजेंटों से चर्चा कर फिलहाल में बसों का स्टंपिज यहां करने को कहा। साथ ही बस स्टैंड के लिए लटेरी रोड से नहर बायपास का निरीक्षण किया। भोपाल की ओर से आने वाली कुछ बस यहां रुकीं। यहां बस स्टैंड का बोर्ड भी लगा दिया गया है।
नगर वासियों को लोकल परिवहन के लिए ऑटो सुविधा उपलब्ध कराने बैठक बुलाई। कहा जा रहा है सीएमओ वीरेंद्र चक्रवर्ती की सक्रियता से वर्षों से लंबित बस स्टैंड की नगर वासियों की महती आवश्यकता मूर्त रूप लेती नजर आ रही है। साथ ही नगर वासियों ने इस महत्वपूर्ण कार्य के लिए प्रशंसा की है। मौरतलब है कि कई वर्षों से बस स्टैंड की मांग नगर में की जा रही थी। बस स्टैंड के अभाव में यात्रियों को भारी परेशानी सामना करना पड़ रहा था।