दीवार को देखकर सिंधिया ने मौके पर मौजूद एडीएम अखिलेश जैन से कहा कि इस दीवार को पूरी तरह गिरा दें, नहीं तो वे उसको डायनामाइट से उड़वाएंगे। किसने यह दीवार बनाई, उस पर कार्रवाई करें। जहां भी सरकारी जमीन पर जिसने भी कब्जा किया है उस पर कार्रवाई की जाए। किसी को भी बख्शा नहीं जाए।
वीआईपी और न्यू सिटी कॉलोनी के लोगों की सुनी पीड़ा
गुना प्रवास(MP News) के समय केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया(Jyotiraditya Scindia) वीआईपी कॉलोनी, न्यू सिटी कॉलोनी, शिव कॉलोनी जैसी कुछ कॉलोनियों में गए, वहां अतिवृष्टि से हुए नुकसान के बारे में लोगों से जाना और इन कॉलोनियों के लोगों ने मूलभूत सुविधाएं न मिलने की बात कही। इसके अलावा अतिवृष्टि से प्रभावित लोगों ने नुकसान ज्यादा होने पर मुआवजा कम मिलने की शिकायत की। उन्होंने कुछ कॉलोनियों में कचरे के ढेर देखकर नाराजग़ी जताई और कलेक्टर किशोर कन्याल सहित प्रशासन को निर्देश दिए कि पूरा कचरा तत्काल हटाया जाए और पूरी सतर्कता से सफाई कार्य किया जाए। सिंधिया ने अधिकारियों को हिदायत दी कि वे ग्लबज पहनकर काम करें, लेकिन लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।’ वीआईपी, भगत सिंह और शिव कालोनी में जनता को संबोधित करते हुए कहा कि मैं भले ही कहीं भी हूं, अपने क्षेत्र की चिंता करता हूं। बाढ़ आने की खबर पर कलेक्टर से चर्चा की और हर संभव प्रयास करने की बात कही थी। इस मौके पर उनके साथ जिले के प्रभारी मंत्री गो विन्द राजपूत, विधायक पन्नालाल शाक्य, भाजपा जिलाध्यक्ष धमे्द्रं सिकरवार, कलेक्टर किशोर कन्याल आ दि उपिस्थत थे।
अवैध कॉलोनी सुनते ही नाराज हुए सिंधिया
गुना की कॉलोनियों में घूमने के समय अवैध कॉलोनियों के निर्माण की कई लोगों ने शिकायत की। लोगों ने कॉलोनियों में निर्माण कार्य से लेकर रजिस्ट्री कराने में मनमानी की शिकायतें की। उनका कहना था कि शिकायत के बाद भी उनकी सुनवाई नहीं हो रही है। इसको लेकर सिंधिया नाराज हुए और बोले कि कॉलोनी कहीं भी निर्माण हो रही है तो सबसे पहले कॉलोनी के सारे दस्तावेज देख लें। उसके बाद ही कॉलोनी निर्माण की अनुमति दें। यदि सरकारी जमीन को घेरकर कॉलोनी बनाई जा रही है तो उसको अवैध मानकर नियमानुसार कार्रवाई करें। गुना की जनता परेशान न हो।
आज बाढ़ पीड़ितों से मिलने बमौरी और फतेहगढ़ जाएंगे सिंधिया
सिंधिया रविवार को गुना जिले के कोलारस क्षेत्र के बाढ़ प्रभावित गाँवों के साथ-साथ बमोरी के तुमादा, बाँधा और फतेहगढ़ गांव का दौरा करेंगे। यहाँ वे बाढ़ पीड़ितों से आमने-सामने बातचीत कर उनकी समस्याएँ सुनेंगे और समाधान के लिए प्रशासन को आवश्यक निर्देश देंगे।