मृतक मूल रूप से बिहार के पूर्णिया जिले का निवासी था। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस अधिकारियों के साथ फॉरेंसिक टीम ने भी मौके का निरीक्षण किया। प्रारंभिक जांच में छात्र के कमरे से एक सुसाइड नोट बरामद हुआ है, जिसमें उसने अपने जीवन को समाप्त करने की वजहें और कुछ विशेष अनुरोध लिखे हैं।
सुसाइड नोट में शिवम ने खुद के बारे में लिखा था। उसने पुलिस से अपील की कि उसकी मौत के लिए किसी को जिम्मेदार न ठहराया जाए और किसी को हिरासत में न लिया जाए।
छात्र ने आगे लिखा कि वह पिछले दो वर्षों से कॉलेज नहीं जा रहा था। उसने शारदा यूनिवर्सिटी प्रबंधन से अनुरोध किया कि उसकी अन्य उपयोग न हुई फीस परिवार को वापस कर दी जाए, ताकि आर्थिक बोझ कम हो सके।
इसके साथ ही उसने देश की शिक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए लिखा कि अगर यह देश महान बनना चाहता है तो सबसे पहले शिक्षा व्यवस्था को सही करना होगा। सुसाइड नोट में एक और मार्मिक पहलू सामने आया। शिवम ने लिखा कि वह अंगदान करना चाहता है, ताकि उसकी मृत्यु के बाद किसी जरूरतमंद की जिंदगी बच सके।
मृतक के परिवार ने आरोप लगाया कि छात्र लंबे समय से कॉलेज नहीं जा रहा था, लेकिन यूनिवर्सिटी प्रशासन ने कभी भी इसकी जानकारी परिवार को नहीं दी। वहीं, पुलिस का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है और सभी पहलुओं पर बारीकी से पड़ताल होगी।