मुठभेड़ के बाद घायल आरोपी शैंकी को चलने के लिए सहारा देते पुलिसकर्मी ( फोटो स्रोत: पुलिस मीडिया सेल )
UP Crime : गाजियाबाद के लोनी थाना क्षेत्र में अपहरण के बाद अंकुर की हत्या करने वाले आरोपी ने मौका पाकर पुलिस पर ही फायर कर दिया। गनीमत रही कि पुलिसकर्मी बच गए इसके बाद जवाबी कार्रवाई में आरोपी शैंकी के पैर में गोली लगी है। पुलिस के अनुसार अंकुर का शव बरामद होने के बाद पुलिस ने हत्यारोपी से पूछताछ की तो पता चला कि घटना में शामिल पिस्टल नहर के पास झाड़ियों में पड़ा है। पुलिस की कहानी है कि, जब शैंकी से पिस्टल उठाकर लाने की बात कही गई तो इसने झाड़ियों से पड़े लोडिड पिस्टल को उठाया और फिल्मी अंदाज में पुलिस पर फायर कर दिया।
पूरे मामले की जानकारी देते सहायक पुलिस आयुक्त लोनी सिद्धार्थ गौतम
फिल्मी अंदाज में दिया था अपहरण और हत्या की वारदात को अंजाम
थाना लोनी पुलिस टीम को मुखबिर से सूचना मिली कि अपहरण कर अंकुर नाम के व्यक्ति की हत्या करने वाला अभियुक्त देखा गया है। इस पर पुलिस टीम चेकिंग कर रही थी। चिरौडी से खडखडी अंडर पास की ओर पुलिस को एक युवक आता हुआ दिखाई दिया। पुलिस को देखकर इसने भागने का प्रयास किया लेकिन इसे पकड़ लिया गया। इसकी निशानदेही पर आलाकत्ल पिस्टल बरामदगी के लिए इसे नहर की पटरी पर ले जाया गया तो वहां उसने झाड़ी में पड़े हुए पिस्टल को उठाकर पुलिस टीम पर फायरिंग कर दी। जवाबी कार्रवाई में इसके पैर में गोली लगी। पुलिस ने इसकी निशानदेही पर अवैध देसी पिस्टल .7.56 बोर व चार खोका कारतूस बरामद किए। गोली लगने से घायल हुए इस आरोपी को अस्पताल भर्ती कराया गया। प्राथमिक पूछताछ में इसने बताया कि, अंकुर पुत्र रमेश निवासी ग्राम गनौली थाना लोनी के इसकी बहन के साथ प्रेम सम्बंध थे। बताया कि यह पता चलने पर कई बार अंकुर को आगाह किया था लेकिन वह नहीं मान रहा था।
साथियों के साथ मिलकर पहले अपहरण फिर हत्या ( UP Crime )
इसके बाद हत्यारोपी ने अपने साथी सोनू पुत्र रामी गांव भगौट थाना खेकडा जिला बागपत व सौरभ पुत्र बेगन उर्फ बेगनाथ निवासी गनौली थाना लोनी गाजियाबाद के साथ मिलकर अंकुर को जान से मारने का प्लान बनाया। बतया कि सात जून को अंकुर व अमन पहलवान होटल से खाना खाकर निकले तो ये लोग इनका पीछा करने लगे। अकुंर ने सौरभ को गनौली मोड पर उतार दिया और इसके बाद योजना के अनुसार सौरभ अंकुर की स्कूटी पर बैठ गया। इसने ट्रैक्टर खराब होने का बहाना बनाकर अंकुर से कहा कि मेवला भट्टी तक छोड देगा। इस तरह अंकुर व सौरभ मेवला भट्टी की तरफ चले गए। हत्यारोपी अपने दूसरे साथी सोनू के साथ कार से इनका पीछा करता रहा। मेवला भट्टी नहर के पास कार अंकुर की स्कूटी के सामने लगा दी। यहां तीनों ने पकड़कर कार में डाल लिया और सुनसान जगह ले गए। वहां जाकर अकुर को गोली मार दी। बताया कि अंकुर को चार गोलियां मारी। इसके बाद अंकुर की बॉडी को कार की पिछली सीट पर रखकर चल दिए और पिस्टल वहीं पर फेंक दी। बाद में अंकुर की बॉडी को गढी कलंजरी में हिण्डन नदी पर बने पुल से फेंक दिया।