यह था पूरा मामला
14 और 15 अगस्त की रात अरांव थाना क्षेत्र के टोडरपुर बोथरी गांव में ईश्वरदयाल (50) की बेरहमी से हत्या कर दी गई थी। उनका शव गांव में उनके घेर में मिला था। गले पर प्लास्टिक की रस्सी के निशान थे और नुकीले हथियार से वार के घाव थे।ईश्वरदयाल की पत्नी जमुना देवी ने अज्ञात हमलावर के खिलाफ केस दर्ज कराया था। एसपी देहात त्रिगुन विशेन के नेतृत्व में पुलिस की कई टीमें इस केस की जांच में जुटी थीं। गहन छानबीन के दौरान, पुलिस को ईश्वरदयाल के बेटे डोरीलाल पर शक हुआ। जब उससे सख्ती से पूछताछ की गई तो उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया।
इस वजह से रची साजिश
डोरीलाल ने बताया कि उसके पिता पर एक मुकदमा चल रहा था और उसे डर था कि कहीं वे केस जीतने के बाद अपनी जमीन बेच न दें। इसी डर और संपत्ति के लालच में उसने पिता को मारने का फैसला किया। डोरीलाल ने अपने कबूलनामे में बताया कि उसने पहले प्लास्टिक की रस्सी से ईश्वरदयाल का गला घोंटा और फिर एक छेनी से उनके गले पर वार कर हत्या कर दी। वारदात को अंजाम देने के बाद वह चुपचाप वहां से चला गया। पुलिस के आने पर एक अनजान शख्स की तरह बर्ताव करता रहा। पुलिस ने आरोपी की निशानदेही पर हत्या में इस्तेमाल हुई प्लास्टिक की रस्सी और छेनी बरामद कर ली है। साथ ही, उसने हत्या के समय जो कपड़े पहने थे, वे भी बरामद किए गए हैं। पुलिस ने डोरीलाल को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।