जेईई एडवांस परीक्षा में भौतिकी, रसायन विज्ञान व गणित विषय से संबंधित प्रश्न पूछे जाते हैं। ऐसे में इन तीन विषयों की पढ़ाई करना जरूरी है। साथ ही कमजोर विषयों पर ज्यादा समय देना चाहिए। कोचिंग या ऑनलाइन संसाधनों का उपयोग कर सफलता प्राप्त कर सकते हैं।
रिवर्स इंजीनियरिंग तरीका अपनाएं
पिछले 10-15 सालों के जेईई पेपर्स को देखें और समझें कि कौन से टॉपिक से बार-बार सवाल पूछे जाते हैं। उन्हीं टॉपिक्स को सबसे पहले पूरा करें। एक्टिव रिकॉल+स्पेस्ड रिपीटीशन अपनाएं
एक्टिव रिकॉल, बिना देखे याद करने की आदत डालें। स्पेस्ड रिपीटीशन, बार-बार एक अंतराल पर दोहराना। इसके लिए लैशकार्ड्स ऐप या वेबसाइट का उपयोग कर सकते हैं।
माइक्रो-प्लानिंग करें
दिन में 5 घंटे पढ़ना है कहने की बजाय कहें सुबह 9-10 बजे न्यूटन लॉ के 10 सवाल, दोपहर 2-3 बजे ऑर्गेनिक रिएक्शन रिवीजन। इससे टाइम की वचत होगी और फोकस बना रहेगा। एक सवाल, कई तरीके
प्रत्येक सवाल को हल करने के बाद सोचें, क्या इसे किसी और तरीके से भी हल किया जा सकता था? इससे कॉन्सेप्ट की गहराई बढ़ेगी और आप किसी भी मोड़ पर फंसेंगे नहीं।
एनसीईआरटी से समझें
जेईई मेन्स में खासकर इनऑर्गेनिक और ऑर्गेनिक केमिस्ट्री के सवाल सीधा NCERT से लिए जाते हैं। हर लाइन को रटना नहीं है बल्कि समझकर उत्तर देना चाहिए।
मिस्टेक नोटबुक बनाएं
हर मॉक टेस्ट के बाद जो गलती हो, उसे एक कॉपी में नोट करें। हर हफ्ते में एक बार उसे दोहराएं। इससे कमोजर टॉपिक्स पर आपकी पकड़ बनेगी।
वर्चुअल स्टडी बडी या AI का उपयोग करें
चैटजीपीटी जैसे टूल से डाउट्स क्लियर करें, क्विज बनवाएं और सवाल पूछें। डेटा आधारित पढ़ाई करें
हर रविवार एक मॉक टेस्ट दें और उसका विश्लेषण करें। किस टॉपिक में समय ज्यादा लगा? कहां गलती ज्यादा हुई?
टीच टू लर्न स्ट्रैटेजी अपनाएं
जो भी सीखा है उसे किसी और को समझाने की कोशिश करें। जब आप समझाते हैं तो खुद की समझ और भी गहरी होती है।