भारतीय वायु सेना में कतनी मिलती है सैलरी?
भारतीय वायु सेना में कई सारे पद और रैंक होते हैं। अलग अलग रैंक और पद के अनुसार, सैलरी अलग अलग निर्धारित की जाती है। ग्रुप Y के विभिन्न पदों पर बेसिक सैलरी करीब 36, 900 रुपये से 53, 400 रुपये होती है। ग्रुप Y में जूनियर वारंट ऑफिसर, वारंट ऑफिसर, सॉर्जेंट जैसे पद शामिल हैं। वहीं भारतीय वायु सेना में ऑफिसर रैंक भी होता है। ऑफिसर रैंक में फ्लाइंग ऑफिसर, फ्लाइट लेफ्टिनेंट, ग्रुप कैप्टन, एयर कमांडो, एयर वाइस मार्शल, एयर चीफ मार्शल आदि पद होते हैं। इनकी रैंक के मुताबिक सैलरी भी उम्दा होती है। अलग अलग पदों को अलग अलग पे लेवल के तहत सैलरी का भुगतान किया जाता है, जिसमें करीब 56,100 रुपये से लेकर 2,24,000 रुपये तक की सैलरी मिलती है। भारतीय वायु सेना में सबसे ज्यादा सैलरी लेवल 16 के तहत मिलता है, जो एचएजी+ (High Administrative Grade Plus) स्केल के अंतर्गत आता है। इस लेवल पर काम करने वाले अधिकारी का वेतन 2,05,400 रुपये से लेकर 2,24,400 रुपये तक होता है।
भारतीय सेना की सैलरी
भारतीय सेना में कई तरह के पद होते हैं, जिन्हें तीन श्रेणी में बांटा गया है, कमीशन प्राप्त अधिकारी, जूनियर कमीशन प्राप्त अधिकारी और अन्य रैंक (गैर-कमीशन अधिकारी और सैनिक)। कमीशन प्राप्त अधिकारी में लेफ्टिनेंट, कैप्टन, मेजर , कर्नल, ब्रिगेडियर जैसे पद आते हैं। वहीं जूनियर कमीशन प्राप्त अधिकारी में सूबेदार मेजर, सूबेदार और नायब सूबेदार जैसे पद शामिल हैं। वहीं अन्य रैंक में हवलदार, नायक, लांस नायक और सिपाही आदि शामिल हैं।
भारतीय सेना में कमीशन प्राप्त अधिकारी का वेतन उनके पद और अनुभव के आधार पर अलग अलग होता है। लेकिन आमतौर पर 21,700 ले 2,50,000 रुपये महीने होती है। वहीं जूनियर कमीशन अधिकारी की सैलरी 35,400 रुपये से 1,12,400 रुपये के बीच होती है। वहीं अन्य रैंक के जवानों की सैलरी लेवल 3 और 4 के अनुसार 21,700 रुपये से लेकर 81,100 रुपये के बीच होती है। वहीं सिपाही को भी पे लेवल 3 में रखा गया है, जिसका वेतन 21,700 से 69,100 रुपये के बीच होता है।
सैलरी के अलावा भारतीय सेना और वायु सेना में सैनिकों व उनके परिवार के लिए कैंटीन, मेडिकल फैसिलिटी, बच्चों के लिए निशुल्क शिक्षा, आवास या एचआरए, सेवानिवृत्ति के बाद आजीवन पेंशन और ग्रेच्युटी जैसी सुविधाएं भी दी जाती हैं।