कब से कब तक कर सकते हैं आवेदन
बीपीएससी टीआरई 4.0 भर्ती प्रक्रिया 20 जून 2025 से शुरू होगी और 5 जुलाई 2025 तक चलेगी। परीक्षा अगस्त महीन में आयोजित की जाएगी और परिणाम सितंबर महीने तक आने की संभावनाएं हैं।
इस बार की परीक्षा होगी अधिक कठिन
इस बार बीपीएससी ने टीआरई 4.0 की परीक्षा को पिछले चरणों की तुलना में अधिक कठिन करने का फैसला किया है। खासकर भाषा (हिंदी और अंग्रेजी) के प्रश्नपत्र पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। शिक्षा मंत्री का कहना है कि चुने गए शिक्षकों के लेखन में कोई त्रुटि नहीं होनी चाहिए। इसलिए अंग्रेजी और हिंदी के पेपर को अधिक कठिन बनाया जाएगा, ताकि कैंडिडेट्स की भाषा की समझ और लेखन क्षमता को परखा जा सके। आवेदन करने के लिए योग्यता
बीपीएससी टीआरई 4.0 की ये भर्ती कक्षा 1 से लेकर 12 तक के शिक्षकों के लिए होने वाली है। अलग अलग क्लासेज के लिए शैक्षणिक योग्यता अलग अलग हैं-
कक्षा 1 से 5 तक के लिए शैक्षणिक योग्यता
अगर आप कक्षा 1 से 5 तक के शिक्षक बनना चाहते हैं तो किसी भी मान्यता प्राप्त बोर्ड से 12वीं की डिग्री होनी चाहिए। साथ ही DELED की डिग्री होनी चाहिए। इन दोनों के अलावा CTET-1 या BTET-1 में से किसी एक में उतीर्ण होने चाहिए।
कक्षा 6 से लेकर 8 तक के लिए शैक्षणिक योग्यता
वहीं अगर आप कक्षा 6 से 8 तक के शिक्षक बनना चाहते हैं तो किसी भी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से संबंधित विषय में ग्रेजुएशन की डिग्री होनी चाहिए। साथ ही DELED या बीएड की डिग्री होनी चाहिए और इन दोनों के अलावा CTET-2 या BTET -2 में से किसी एक परीक्षा में उतीर्ण होने चाहिए।
कक्षा 9 से 10 तक के लिए शैक्षणिक योग्यता
कक्षा 9 से 10 तक के शिक्षक बनने के लिए किसी भी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से संबंधित विषय में स्नातक की डिग्री होनी चाहिए। वहीं इसके अलावा BEd और STET-1 में उतीर्ण होने चाहिए।
कक्षा 11 से 12 तक के लिए शैक्षणिक योग्यता
कक्षा 11 से 12 तक के शिक्षक बनने के लिए किसी भी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से संबंधित विषय में पीजी की डिग्री होनी चाहिए। इसी के साथ बीएड की डिग्री होनी चाहिए और STET पेपर 2 उर्तीण होने चाहिए। 60,000 पद रह जाएंगे खाली
यहां आपकी जानकारी के लिए बता दें कि वर्तमान समय में बिहार के सरकारी स्कूलों में करीब 5.65 लाख शिक्षक कार्यरत हैं, जबकि कुल आवश्यकता लगभग 7 लाख शिक्षकों की बताई जा रही है। ऐसे में BPSC TRE 4.0 के माध्यम से शिक्षकों की भर्ती की जा रही है। लेकिन इसके बाद भी करीब 60,000 पद रिक्त रह जाने के अनुमान लगाए जा रहे हैं।