क्या है अंगा परंपरा भारत में विशेष कर राजस्थान के धौलपुर जिले में बरसात की कामना को लेकर सामूहिक रूप से भोजन करने की एक बेहद प्राचीन परंपरा है। जिसे अंगा परंपरा कहा जाता है। इस परंपरा के दौरान सामूहिक रूप से सडक़ पर बिठाकर खाना खिलाया जाता है। जिसके बाद उन्हें पीने का पानी नहीं दिया जाता और पानी के लिए भगवान से प्रार्थना करने को कहा जाता है। मान्यता है की अंगा परंपरा को निभाने के बाद इंद्रदेव प्रसन्न होते हैं और मानसून के दौरान अच्छी बरसात करते हैं।
5 हजार लोगों के लिए बना खाना अच्छी बारिश की कामना को लेकर घंटाघर के आसपास के व्यापारियों ने बिना किसी भेदभाव के सभी लोगों ने सडक़ों पर एक कतार में बैठकर भोजन ग्रहण किया। आयोजकों ने बताया कि 5 हजार लोगों की दाल रोटी के लिए लगभग ढाई क्विंटल आटा और 1 क्विंटल दाल का उपयोग किया गया। कार्यक्रम दोपहर 12 से शाम 5 बजे तक आयोजित किया गया। जिसमें लोगों ने बढ़ चढक़र हिस्सा लिया। आयोजकों ने बताया गया कि भोजन के बाद यदि भोजन शेष बचता है तो उसे उन लोगों के घर तक पहुंचाया जाएगा। जिन्होंने आयोजन में आर्थिक सहयोग किया है। अंगा कार्यक्रम को आयोजित करने वालों में मनोज सिंघल, राज मोहम्मद खान, इसरार खान, साबिर, संजीव, धीरज वर्मा, बिल्ले यादव सहित तमाम लोग शामिल रहे।