हादसे का शिकार हुए युवक का उसके परिजन द्वारा उसी दिन अंतिम संस्कार किया गया था। लेकिन अगले दिन रविवार को जब परिवारजन बेटे की अस्थियां लेने मुक्तिधाम पहुंचे तो वहां का दृश्य देख दंग रह गए। मृतक की खोपड़ी अलग रखी थी। साथ ही, खोपड़ी के नजदीक दो गिलासों में शराब, पांच कटे हुए नींबू जिन पर सिंदूर लगा था, चावल, चिरौंजी और अन्य हड्डियां रखी हुई थीं।
मामले की जांच में जुटी पुलिस
परिजन का आरोप है कि, किसी ने तंत्र-मंत्र के लिए ये अंधविश्वासी कृत्य किया है। इस घटना से आक्रोशित परिवार ने दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। पुलिस और प्रशासन ने मामले की जांच शुरू करने और दोषियों की पहचान कर उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है। ये घटना न सिर्फ अंधविश्वास की गहरी जड़ों को उजागर करती है, बल्कि समाज में जागरूकता के अभाव को दर्शाती है।