इंदौर-बुधनी रेल लाइन के लिए जमीन अधिग्रहण के दौरान विवाद। (फोटो सोर्स- पत्रिका)
mp news: मध्यप्रदेश में इंदौर-बुधनी रेलवे लाइन के लिए जमीन अधिग्रहण का काम प्रशासन ने तेज कर दिया है। इसी क्रम में बुधवार को प्रशासनिक अमला देवास के बिजवाड़ गांव में एक ढाबे के पास किसानों की अधिग्रहित भूमि का कब्जा लेने पहुंचा था। इस दौरान अमले को विरोध का सामना करना पड़ा और वहीं झूमाझटकी के भी हालात भी बने। जिसके वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं।
जमीन पर कब्जा लेने के लिए और अतिक्रमण हटाने के लिए जब एएसपी ग्रामीण सौम्या जैन, तहसीलदार कन्नौद अंजली गुप्ता सहित कन्नौद, कांटाफोड़, बागली, सतवास, बिजवाड़, कमलापुर चौकी का पुलिस बल, रेलवे विकास निगम के अधिकारी पहुंचे बिजवाड़ पहुंचे तो किसानों ने जमकर विरोध किया। किसानों के विरोध के दौरान कन्नौद तहसीलदार अंजली गुप्ता आपा खोते नजर आईं और एक महिला का हाथ खींचती हुई दिखीं। महिला का हाथ खींचते हुए तहसीलदार अंजली गुप्ता का वीडियो भी सामने आया है।
विरोध कर रहे किसानों में से कुछ को पुलिस ने हिरासत में भी लिा लेकिन बाद में छोड़ दिया। इधर किसानों के विरोध के कारण प्रशासनिक अमला अतिक्रमण नहीं हटा सका और उसे वापस लौटना पड़ा। किसान नेता रवि मीणा व योगेश पटेल ने बताया कि किसी भी कीमत पर हमारी जमीन रेलवे को नहीं देंगे। किसानों का कहना है कि उनके साथ धोखा हुआ है। उनकी तय सीमा से अधिक भूमि अधिग्रहित की जा रही है। उल्लेखनीय है कि जमीन अधिग्रहण का किसानों द्वारा लंबे समय से विरोध किया जा रहा है।