स्वयंसेवक के रूप में कार्यरत थे विक्रम सिंह
46 वर्षीय विक्रम सिंह बदरी-केदार मंदिर समिति (बीकेटीसी) में वर्ष 2010 से स्वयंसेवक के रूप में कार्यरत थे। वे अस्थाई रूप से मदमहेश्वर, तुंगनाथ, मक्कूमठ, कालीमठ समेत कई प्रमुख धार्मिक स्थलों पर सेवाएं दे चुके थे।
बेटी के विवाह की तैयारियों के लिए लौट रहे थे घर
विक्रम सिंह 2 मई को केदारनाथ में सेवा देने गए थे। इन दिनों वे अपनी बड़ी बेटी के विवाह की तैयारियों में जुटे थे। कुछ दिन की छुट्टी लेकर अपने गांव लौट रहे थे। लेकिन विधि को कुछ और ही मंजूर था। हेलीकॉप्टर दुर्घटना में उनकी मौत ने पूरे गांव और परिवार को गहरे शोक में डाल दिया। विक्रम सिंह का परिवार
उनके परिवार में पत्नी के अलावा दो बेटियां और एक बेटा है। बड़ी बेटी की शादी के सपनों में रंग भरने जा रहे विक्रम अब इस दुनिया में नहीं रहे। गांव के लोग उन्हें एक मेहनती, सरल और धर्मनिष्ठ व्यक्ति के रूप में जानते थे।