प्रशासन की कोशिश है कि आपसी सहमति से भूमि अवाप्ति की कार्रवाई संपन्न की जाए। हालांकि अब प्रशासन नियमानुसार इसको लेकर आने वाली आपत्तियों का निस्तारण करेगा। जिसके बाद बायपास के लिए भूमि अवाप्ति की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। माना जा रहा है कि जल्द ही भूमि अवाप्ति सहित अन्य प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी। इसके बाद नए साल से इस बायपास सड़क का निर्माण कार्य शुरू हो सकेगा।
भारी वाहनों से लगने वाले जाम से मिल सकेगी निजात
बायपास बनने से नंदेरा, बडियाल कलां, बैजूपाडा़, मंडावर की ओर आवागमन करने वाले सैकड़ों गांवों के लोगों को बांदीकुई शहर से नहीं गुजरना पडेगा। इससे ना केवल कस्बे के भारी ट्रैफिक और जाम से छुटकारा मिलेगा। बायपास से गुजरने से दूरी, समय और ईंधन की भी बचत होगी। इसके साथ ही इस बायपास से दर्जनों गांव की सीधी सड़क एप्रोच हो सकेगी। इसके साथ ही एक्सप्रेस-वे कट तैयार होने पर भविष्य में जयपुर दिल्ली सहित अन्य शहरों से आने वाले वाहन बायपास के जरिए सीधे गुजर सकेंगे।
25 करोड़ की लागत से बनेगा साढ़े नौ किलोमीटर लंबा
शहर के आगामी विकास को ध्यान में रखते हुए पीचूपाडा़ खुर्द से नंदेरा तक 9.3 किलोमीटर लंबा बायपास करीब 25 करोड़ की लागत से बनाया जाएगा। इसके लिए तीस मीटर चौड़ी भूमि अवाप्ति की जाएगी। जिसमें 10 मीटर चौड़ी डामर सड़क बनाई जाएगी। जिसके मध्य डिवाइडर भी बनाया जाएगा। भविष्य में वाहनों का आवागमन बढ़ने पर इसे आवश्यकता अनुसार सड़क की चौड़ाई और बढ़ाई जा सकेगी।
9 गांवों की 22 हैक्टेयर भूमि ली जाएगी
पीचूपाड़ा खुर्द से नंदेरा तक बनने वाले बायपास सड़क मार्ग को लेकर वर्ष 2024-25 बजट में घोषणा की गई थी। यह बायपास नौ गांव से होकर गुजरेगा। इसके लिए 22 हैक्टेयर भूमि अधिग्रहण की जाएगी। सूत्रों की माने तो बायपास के लिए सरकारी के साथ निजी खातेदारों की जमीन भी अवाप्त की जाएगी। इसी के साथ वन विभाग की करीब दो सौ मीटर भूमि ली जाएगी।