गौरतलब है कि इस यात्री ट्रेन को 30 जून तक के लिए संचालित किया गया था और उम्मीदें थी कि उसके बाद में इस गाडी को नियमित रेल सेवा के रूप में शुरू कर दिया जाएगा, लेकिन 43 दिन बाद ही नॉर्थ सेन्ट्रल रेलवे द्वारा इसके संचालन को बंद किया जा रहा है, जिससे दौसा-गंगापुर रेलवे ट्रैक पर एक साल के लंबे इंतजार के बाद शुरू की गई दूसरी यात्री ट्रेन सेवा बंद हो गई है।
लोग बोले- रेलवे ने जल्दबाजी में लिया फैसला
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इस यात्री ट्रेन सेवा का टाइम टेबल उचित नही होने के चलते उम्मीद के मुताबिक यात्री भार नही मिला है। क्षेत्र केे लोगों का कहना है कि रेलवे ने जल्दबाजी करते हुए इसका संचालन रोका है। धीरे धीरे यह यात्री ट्रेन प्रसिद्ध धार्मिक आस्था स्थल गोवर्धन व मथुरा तक जाने वाले श्रद्धालुओं के साथ प्रतिदिन देर शाम को अलवर, बांदीकुई व दौसा से लालसोट व गंगापुर सिटी तक आने वाले यात्रियों के लिए भी बड़ी उपयोगी साबित होती, लेकिन रेलवे ने लोगों की उम्मीदों को तोड़ दिया है। रेलवे को लालसोट से रोजाना सिर्फ 600 रुपए की कमाई
जानकारी के अनुसार लालसोट में इस ट्रैन का मथुरा से आने का संचालन रात्रि 9.12 बजे एवं गंगापुर से मथुरा जाते समय रात्रि 12.55 बजे होने के बाद भी बीते एक माह में लालसोट से प्रतिदिन 600 रुपए का यात्री भार मिला है। यही ट्रेन सुबह के समय होती तो इससे पांच गुना यात्रीभार होने की संभावना थी।