बिहार अंडर-19 और पुरुष सीनियर टीमों में सूर्यवंशी को कोचिंग देने वाले अशोक कुमार का मानना है कि सूर्यवंशी को दो साल में सीनियर पुरुष टी-20 टीम में शामिल किया जा सकता है, बशर्ते वह अपनी फिटनेस और फील्डिंग पर काम करे। उन्होंने कहा, “बचपन से ही टीम को अकेले दम पर जिताने का जज्बा गुजरात टाइटन्स के खिलाफ 35 गेंदों में शतक लगाने के दौरान भी देखने को मिला। राहुल द्रविड़ सर और विक्रम राठौर सर के साथ, इसने उसकी बल्लेबाजी को और निखारा है। उसने सफेद गेंद से जो अभ्यास किया, उससे वह तीन महीने में ही बेहतर होने लगा। उसने परिस्थितियों को अच्छी तरह से समझना सीख लिया है।”
टीम इंडिया में जगह के लिए करना होगा ये काम
उन्होंने आगे कहा, “मेरा अनुमान है कि अगर वैभव अपनी फिटनेस और फील्डिंग में सुधार करता है, तो अगले 2 सालों में वह सीनियर टी-20 भारतीय टीम में होगा। मुझे सच में लगता है कि बीसीसीआई उन्हें मौका देगा, क्योंकि दो से चार खिलाड़ियों को छोड़कर बाकी सभी टी20 अंतरराष्ट्रीय टीम में 25 या उससे कम उम्र के हैं।” भारत अंडर-19 टीम इंग्लैंड अंडर-19 के साथ 50 ओवर का अभ्यास मैच, पांच मैचों की एक दिवसीय श्रृंखला और दो बहु-दिवसीय मैच खेलेगी। यह सूर्यवंशी का इंग्लैंड में कठिन परिस्थितियों में खेलने का पहला मौका होगा, जो 2026 अंडर-19 पुरुष क्रिकेट विश्व कप की तैयारी के लिए भारत की राह भी शुरू करेगा। कुमार ने कहा, “जिस तरह से वह परिस्थिति के हिसाब से खुद को ढाल लेता है, वह उसे दूसरों से अलग करता है। बहुत से लोग कहेंगे कि वैभव एक आक्रामक खिलाड़ी है – लेकिन वह बचपन से ही इसी तरह खेलता आया है। उसका इरादा, खेलने का तरीका और रवैया आने वाले मैचों में भी वैसा ही रहेगा। उसकी तकनीक पर ऐसे कोई सवाल नहीं थे, लेकिन जिस तरह से वह मानसिक रूप से विकसित हुआ है, वह देखना अद्भुत है। आईपीएल के दौरान मैंने उससे जो बातचीत की, उससे पता चलता है कि वह पहले से कहीं ज्यादा मानसिक रूप से मजबूत हो गया है।”