बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) के साथ एक विनियामक फाइलिंग में यूनाइटेड स्पिरिट्स ने कहा कि मीडिया रिपोर्टें में इसको लेकर अटकलें थीं। हिस्सेदारी बिक्री के बारे में कोई चर्चा नहीं चल रही थी। यूनाइटेड स्पिरिट्स ने कहा है कि, यह आपके 10 जून 2025 के ईमेल का संदर्भ है, जिसमें आरसीबी की संभावित हिस्सेदारी बिक्री के संबंध में मीडिया रिपोर्टों पर कंपनी से स्पष्टीकरण मांगा गया है। कंपनी यह स्पष्ट करना चाहती है कि उपरोक्त मीडिया रिपोर्टें में अटकलें हैं और यह ऐसी किसी भी चर्चा को आगे नहीं बढ़ा रही है।
दरअसल, यह स्पष्टीकरण उस रिपोर्ट के बाद आया है, जिसमें बताया गया था कि डियाजियो रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु की कुछ या पूरी हिस्सेदारी बेचने के लिए सलाहकारों से बातचीत कर रही है, जिसमें 17,000 करोड़ रुपए की डील की बात कही जा रही थी। रिपोर्ट में यह भी उल्लेख किया गया है कि अभी तक कोई अंतिम निर्णय नहीं लिया गया है और डियाजियो अंततः बिक्री के साथ आगे नहीं बढ़ने का फैसला कर सकती है।
आईपीएल की सबसे लोकप्रिय फ्रैंचाइजी में से एक आरसीबी को मूल रूप से विजय माल्या ने खरीदा था। किंगफिशर एयरलाइंस 2012 में बंद होने के बाद माल्या के स्पिरिट्स व्यवसाय को खरीदने के बाद डियाजियो ने टीम का नियंत्रण अपने हाथ में ले लिया। वहीं रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु ने पंजाब किंग्स को एक करीबी मुकाबले में छह रन से हराकर अपना पहला आईपीएल खिताब जीता। इस तरह की हलचल के बावजूद यूनाइटेड स्पिरिट्स के शेयरों में सकारात्मक रुख दिखा, जिसमें मार्च तिमाही में कंपनी के मजबूत वित्तीय प्रदर्शन का भी योगदान रहा।