जिम्बाब्वे क्रिकेट की तरफ से जारी एक बयान में मुकुहलानी ने कहा, “आज हम अफ्रीकी क्रिकेट के लिए एक नए युग की दहलीज पर खड़े हैं। एक ऐसा युग जो मजबूत शासन, व्यापक अवसर और नई महत्वाकांक्षा से परिभाषित होगा। आइए हम एक साझा उद्देश्य के लिए एकजुट होकर काम करें।”
एसीए के प्रमुख एजेंडों में अफ्रीकी टी20 प्रतियोगिता का शुभारंभ, एफ्रो-एशिया कप का पुनरुद्धार और मिस्र में 2027 के अफ्रीकी खेलों में क्रिकेट को शामिल करना शामिल है। क्रिकेट ने 2023 में घाना में हुए अफ्रीकी खेलों में पदार्पण किया, जहां जिम्बाब्वे ने पुरुष और महिला दोनों वर्ग में जीत हासिल की। दक्षिण अफ्रीका ने प्रयोगात्मक टीमें भेजी थीं, जबकि जिम्बाब्वे ने एक इमर्जिंग पुरुष टीम उतारी थी।
मुकुहलानी बहु-खेल आयोजनों में भागीदारी को खेल के विकास और अधिक वित्तीय एवं संस्थागत समर्थन प्राप्त करने की दिशा में एक रणनीतिक कदम मानते हैं। उन्होंने कहा, “ये जुड़ाव निवेश, नीतिगत समर्थन और महाद्वीपीय सहयोग के नए द्वार खोलने के लिए महत्वपूर्ण हैं।”
मुकुहलानी 2015 से जिम्बाब्वे क्रिकेट का नेतृत्व कर रहे हैं और तीन बार पुनः निर्वाचित हुए हैं। उनके नेतृत्व में, जिम्बाब्वे क्रिकेट ने अपना ऋण कम किया है, सरकारी हस्तक्षेप के कारण आईसीसी द्वारा निलंबन से उबरा है, और आईसीसी के भविष्य दौरा कार्यक्रम में महिला टीम के लिए जगह सुनिश्चित की है।