मांजरेकर ने गिल को दी चेतावनी
मांजरेकर ने उन्हें चेतावनी दी है कि वह विराट कोहली जैसा ब्रांड बनने की गैरजरूरी कोशिश न करें। मांजरेकर ने कहा कि क्रॉली और डकेट से भिड़ना उन्हें उल्टा पड़ा, जिसकी वजह से बल्लेबाजी के दौरान उनकी एकाग्रता भंग हुई। मांजरेकर ने कहा कि गिल ऐसे किसी इमेज से बंधकर ब्रांड बनने की कवायद में न पड़ें जो उन्हें स्वाभाविक तौर पर सूट नहीं करता।
कोहली होते तो दूसरी पारी में शतक जड़ देते
मांजरेकर ने जियो हॉटस्टार पर कहा, “विराट कोहली को विरोधियों से भिड़ना पसंद था क्योंकि इससे वह और निखरते थे। लॉर्ड्स टेस्ट में अगर कोहली होते और वैसी स्थिति में बल्लेबाजी के लिए आते तो वह दूसरी पारी शतक जड़ देते। लेकिन गिल बैटिंग के दौरान बहुत ही डरे-डरे और अपने स्वाभाविक अंदाज से उलट दिखे।”
ऐसे शुरू हुआ था बवाल
बता दें तीसरे दिन भारत की पारी के ऑलआउट होने के बाद सिर्फ कुछ ही मिनट का खेल बाकी था। ऐसे में इंग्लैंड की टीम बल्लेबाज़ी करने उतरी, और बचे हुए वक्त में ज्यादा से ज्यादा दो ओवर ही फेंके जा सकते थे। भारत के लिए पहले ओवर तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने किया। बुमराह की तेज तर्रार गेंदबाजी के सामने जैक क्राउली और बैन डाकेट असहज नज़र आए। इंग्लिश बल्लेबाज एक और ओवर फेस नहीं करना चाहते थे। ऐसे में उन्होंने समय खराब करना शुरू कर दिया।
जैक क्राउली जानबूझकर कर रहे थे समय खराब
जैक क्राउली जानबूझकर स्टांस लेने में समय लगा रहे थे। वहीं एक बार तो उन्होंने बुमराह को रनउप लेने के बाद रोक दिया। ओवर की पांचवीं गेंद पर क्राउली ने बुमराह की इस गेंद को डिफेंड करने की कोशिश की, लेकिन गेंद उनके ग्लव्स में लग गई। जिसके बाद उन्होंने तुरंत ड्रेसिंग रूम की ओर इशारा कर फिजियो को बुला लिया। उनकी इस हरकत से शुभमन गिल बुरी तरह बिफर उठे। गिल क्राउली के पास गए और उन्हें भद्दे कमेन्ट करने लगे। यह देख डाकेट भी वहां आ गए और उन्होंने भारतीय कप्तान को समझने की कोशिश की। लेकिन तब तक बुमराह और मोहम्मद सिराज भी स्लेजिंग में शामिल हो चुके थे, और तालियां बजाकर इंग्लिश बल्लेबाज़ों को ताने मारने लगे। माहौल और गरमा गया, लेकिन अंपायर ने बीच-बचाव कर किसी तरह आखिरी गेंद डलवाई और दिन का खेल समाप्त हुआ।