ये तो हो गई DRS की शुरुआत। इस सिस्टम ने कई क्रिकेट मैच को रोमांचक बनाया है। इस सिस्टम के बिना आजकल कोई अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच की कल्पना भी नहीं की जा सकती है। हालांकि जब बात पाकिस्तान की आती है तो वह नामुमकिन चीजे भी मुमकिन हो जाती हैं। डीआरएस को आधिकारिक तौर पर 24 नवंबर 2009 को न्यूजीलैंड और पाकिस्तान के बीच टेस्ट मैच में लागू किया गया। वनडे क्रिकेट में इसका उपयोग जनवरी 2011 में शुरू हुआ, जबकि टी20 अंतरराष्ट्रीय में यह अक्टूबर 2017 से अनिवार्य हुआ। हालांकि पाकिस्तान और बांग्लादेश के बीच खेली जाने वाली 3 मैचों की टी20 सीरीज में DRS का इस्तेमाल नहीं किया जाएगा।
DRS न इस्तेमाल करने की वजह
कई मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो बांग्लादेश बनाम पाकिस्तान टी20 सीरीज में डीआरएस (डिसीजन रिव्यू सिस्टम) का उपयोग नहीं होगा, क्योंकि तकनीकी स्टाफ की अनुपलब्धता के कारण डीआरएस तकनीक उपलब्ध नहीं है। ऐसे में अगर मैच के दौरान मैदानी अंपायर्स जो भी फैसले लेंगे, उसपर खिलाड़ियों को भरोसा करना होगा। इसके अलावा उनके पास दूसरा कोई रास्ता भी नहीं होगा। बांग्लादेश और पाकिस्तान के बीच टी20 सीरीज की शुरुआत 28 मई से होगी। पहला मुकाबला लाहौर के गद्दाफी स्टेडियम में भारतीय समयानुसार रात 8.30 बजे से खेला जाएगा।