एक नजर मैच पर
लीड्स टेस्ट के तीसरे दिन इंग्लैंड की टीम ने अपनी पहली पारी को आगे बढ़ाते हुए स्कोर को 465 रन तक पहुंचा दिया। तीसरे दिन सबसे पहला विकेट शतक बनाकर खेल रहे ओली पोप (106) का गिरा। फिर हैरी ब्रूक शानदार पारी खेलते हुए शतक के बेहद करीब पहुंच गए, लेकिन बदकिस्मती से वह एक रन से चूक गए। उन्हें 99 के निजी स्कोर पर प्रसिद्ध कृष्णा ने अपना शिकार बनाया। हालांकि इससे पहले उन्हें ऋषभ पंत और यशस्वी जायसवाल ने कैच छोड़कर दो जीवनदान दिए।
यश वागड़िया ने क्यों की फील्डिंग?
भारत के 471 रन के जवाब में इंग्लैंड ने अपनी पहली पारी 465 रन बनाए और टीम इंडिया को पारी के आधार पर 6 रन की बढ़त मिली। भारत की दूसरी पारी की शुरुआत बेहद खराब रही, जब यशस्वी जायसवाल (4) महज 16 के स्कोर पर आउट हुए। इसी दौरान इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स कुछ देर के लिए मैदान से बाहर गए तो उनकी जगह फील्डिंग के लिए यश वागड़िया मैदान पर आए। इस दौरान सभी का ध्यान यश पर था, क्योंकि वह स्क्वॉड का भी हिस्सा नहीं थे। दरअसल, इंग्लैंड में ये आम बात है। काउंटी क्लब के कुछ खिलाड़ी बतौर सब्स्टीट्यूट टीम में शामिल होते हैं। चाहे वे स्क्वॉड में शामिल हो या न हों। यश भी उनमें से एक हैं।
कौन हैं क्रिकेटर यश वागड़िया?
यश वागड़िया का जन्म 7 मई 2004 को हुआ था। वह मूलरूप से गुजरात के रहने वाले हैं। हालांकि उनके पास ब्रिटिश पासपोर्ट है। यश इंग्लैंड के यॉर्कशायर काउंटी क्लब के लिए खेलते है। वह दाएं हाथ के ऑफ स्पिनर और बल्लेबाज हैं। वह यॉर्कशायर क्लब के लिए अंडर-18 टीम की कप्तानी भी कर चुके हैं। उन्होंने अभी तक दो प्रथम श्रेणी मैच खेले हैं। वह कई बार अंतरराष्ट्रीय मैच में फील्डिंग कर चुके हैं। हालांकि अभी तक इंटरनेशनल डेब्यू का मौका नहीं मिला है।