सूत्रों के मुताबिक, यात्रियों की संख्या बढ़ने के कारण इस बार यात्रा की शुरूआत जुलाई से पहले होगी। यात्रा की शुरूआत जल्द होने से वित्तीय वर्ष के आखिर तक तय लक्ष्य पूरा करना आसान होगा। तीर्थ यात्रा में इस्तेमाल होने वाली रेलगाड़ियों की साफ-सफाई, साज-सज्जा और तीर्थ स्थलों के स्पष्ट संकेतकों की व्यवस्था करने के भी निर्देश दिए हैं। ताकि यात्रियों को गंतव्यों की बेहतर जानकारी मिल सके और राजस्थान पर्यटन को भी बढ़ावा मिल सके।
कहां जा सकेंगे यात्रा करने
इस बार की यात्रा में त्रयंबकेश्वर, दश्मेश्वर, गोवा और आगरा जैसे प्रमुख स्थलों को शामिल किया जाएगा। साल 2025-2026 में तीर्थ यात्रा योजना के तहत छह हजार वरिष्ठजन को हवाई मार्ग और 50 हजार वरिष्ठजन को एसी ट्रेन से विभिन्न तीर्थ स्थलों की यात्रा करवाई जाएगी। ट्रेनों की विशेष डिजाइनिंग की जाएगी।
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प्रत्येक डिब्बे पर राजस्थान के अलग-अलग मंदिर, दुर्ग, अन्य पर्यटक स्थल और अभयारण्य नजर आएंगे। लोक नृत्य, त्योहार, लोक कला, तीज त्योहार की झलक 14 डिब्बों पर नजर आएगी। अलग-अलग थीम के साथ डिजाइन तैयार करवाई जा रही है।
कब से शुरू होगा आवेदन
बीते साल तक कई बुजुर्ग कुछ जगहों की यात्रा के लिए इच्छुक नहीं थे। ऐसे में इस बार गोवा के गिरिजाघरों को शामिल किया जाएगा। आवेदन की प्रक्रिया अगले महीने से शुरू होगी। 50 हजार वरिष्ठजन को एसी ट्रेन से तीर्थ यात्रा करवाई जाएगी। यात्रा में पूरी तरह सुगमता का ध्यान रखा जाएगा। पहली बार सभी बुजुर्ग ऐसी ट्रेन से यात्रा करेंगे। ट्रेनों की सजावट भी देखने लायक होगी।