पहले तो इस योजना के अंतर्गत उपभोक्ता अधिक रूचि नहीं दिखा रहे थे, लेकिन बाद में सोलर ऊर्जा की ओर जागरूकता लगातार बढ़ी और जिले में ही डेढ़ हजार से अधिक बिजली उपभोक्ताओं ने इसे अपनाकर लगभग 10 हजार किलोवाट बिजली बचाने की ओर कदम बढ़ा लिया। साल 2020-21 के पूरे सत्र के दौरान जहां 38 सोलर रूफटाप कनेक्शन हुए वहीं इस साल 2025-26 में सिर्फ 4 माह के दौरान 380 सोलर रूफटॉप कनेक्शन हो चुके हैं।
औद्योगिक भवनों में भी लगे सोलर कनेक्शन
सामान्य तौर पर सोलर पैनल लगाने पर घरों को सब्सिडी दी जाती है, इस मामले में औद्योगिक क्षेत्रों को सब्सिडी से बाहर रखा गया है, इसके बावजूद अब तक जिले के 20 औद्योगिक कारोबारियों ने सोलर ऊर्जा को प्राथमिकता दी है। उच्चदाब बिजली कनेक्शन धारी उपभोक्ताओं में साल 2020-21 में ही 5 औद्योगिक भवनों की छतों में लगाए जा चुके थे। इसके बाद 2021-22 में 2, 2022-23 में 5, 2023-24 में 3, 2024-25 में 4 और 2025-26 में जुलाई तक 1 औद्योगिक भवनों में सोलर पैनल से बिजली पैदा की जाने लगी। सभी 20 औद्योगिक भवनों से 5109.22 किलोवाट बिजली पैदा होने लगी। पीएम सूर्य घर योजना अंतर्गत घरेलू उपभोक्ताओं को 1 किलोवाट से 3 किलोवाट तक सोलर पैनल लगाने पर ऊर्जा मंत्रालय 30 हजार रुपए से लेकर 78 हजार रुपए तक सब्सिडी बैंक खाते में दे रहे हैं। इसके लिए लगने वाले खर्च को बैंक भी फाइनेंस कर रहे हैं, सोलर पैनल लगाने वाले वेंडर रूफटॉप सोलर पैनल का 5 साल तक रखरखाव भी करते हैं। जिससे उपभोक्ताओं की रुचि बढ़ रही है।- खुशियाल शिववंशी, अधीक्षण अभियंता बिजली कंपनी