विवाह और शराब बंदी पर बोले
इसके साथ ही उन्होंने नई कल्याणी विवाह योजना की घोषणा की, जिसके तहत विधवा महिलाओं के पुनर्विवाह पर 2 लाख की आर्थिक सहायता दी जाएगी। साथ ही समाज को फिजूलखर्ची से बचने की सीख देते हुए मुख्यमंत्री ने अपनी बेटे की शादी का उदाहरण देते हुए कहा, मैंने अपने बेटे की शादी 50 परिजनों की उपस्थिति में की। जितना हो सके सादगी से विवाह करें। शराबबंदी पर सख्त रुख अपनाते हुए डॉ. यादव ने कहा कि शराब सबसे खराब चीज है, यह पीढिय़ों को बर्बाद कर देती है। उन्होंने बताया कि प्रदेश के 19 धार्मिक नगरों में शराबबंदी की जा चुकी है और आगे भी इस दिशा में कड़े कदम उठाए जाएंगे। मुख्यमंत्री ने बताया कि जल गंगा संवर्धन अभियान के तहत छतरपुर में उमरी खेड़ा तालाब सहित कई पुराने जल स्रोतों का संरक्षण और पुनर्जीवन किया जा रहा है, जिससे जल स्तर में वृद्धि होगी। इसी क्रम में उन्होंने नल-जल योजना के माध्यम से हर घर को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने का संकल्प दोहराया।विकास कार्यों की दी सौगात
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने वर्चुअली माध्यम से छतरपुर जिले के लिए 184 करोड़ रुपए से अधिक लागत की 92 परियोजनाओं का लोकार्पण और भूमिपूजन किया। 56.40 करोड़ रुपए की लागत से 18 ग्रामीण सडक़ों का निर्माणजमीन न बेचें
मुख्यमंत्री ने कहा कि मप्र की सरकार सिर्फ विकास नहीं कर रही, बल्कि सामाजिक बदलाव, आर्थिक सशक्तिकरण और सांस्कृतिक चेतना के साथ समग्र प्रगति की दिशा में आगे बढ़ रही है। उन्होंने प्रदेशवासियों से अपील की कि वे अपनी जमीन न बेचें, जमीन की कीमत चार गुनी होगी, भविष्य में यही आपकी सबसे बड़ी पूंजी होगी। अंत में उन्होंने कहा कि 31 मई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भोपाल में देवी अहिल्याबाई की 300वीं जयंती पर प्रदेश को मेट्रो, एयरपोर्ट जैसी बड़ी सौगातें देंगे। मुख्यमंत्री चंदला विधायक व राज्य मंत्री दिलीप अहिरवार की मांग पर उच्च शिक्षा के लिए कॉलेज शुरू करने का आश्वासन भी दिया गया।ये बोले जनप्रतिनिधि
इस अवसर पर जिले के प्रभारी ने ऐदल सिंह कंसाना ने कहा कि आज छतरपुर जिले के लिए बड़ा सौभाग्य का दिन है। जब मुख्यमंत्री डॉ. यादव के द्वारा करोड़ों रुपए की सौगात प्रदान की जा रही है। उन्होंने कहा कि सरकार के द्वारा विकास के साथ साथ सभी वर्गों को अनेक योजनाओं के माध्यम से लाभांवित करने का कार्य किया जा रहा है। वन एवं पर्यावरण राज्यमंत्री दिलीप अहिरवार ने कहा कि जल गंगा संवर्धन अभियान के द्वारा मप्र के साथ साथ छतरपुर जिले में पुराने जल स्त्रोतों को संरक्षित एवं संरक्षण करने का कार्य किया जा रहा है। इससे जल स्तर बढ़ेगा। उन्होने कहा कि क्षेत्र के विकास के लिए सरकार लगातार कार्य कर रही है। जिससे की सम्पूर्ण छतरपुर जिला लाभान्वित हो रहा है। उन्होंने कहा कि आज इतने विपरीत मौसम में भी मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव के द्वारा खजुराहो आकर वर्चुअली कॉन्फ्रेंस के माध्यम से करोड़ों रूपए की सौगात दी है। इससे सभी लाभान्वित होंगे। सांसद खजुराहो डॉ. वीडी शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सभी वर्गों के लिए विभिन्न योजनाओं के माध्यम से लाभांवित करने के लिए कार्य कर रहे हैं। वहीं मुख्यमंत्री डॉ. यादव म.प्र. के विकास के लिए कार्य कर रहे है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी के निर्देशानुसार प्रदेश में जल गंगा संवर्धन अभियान के अंतर्गत जल स्त्रोतों को पुनर्जीवित करने का कार्य किया जा रहा है। जिससे की न केवल जल स्त्रोत संरक्षित हो रहे हैं। बल्कि उनमें जल भराव की क्षमता भी बढ़ रही है।आंधी-बारिश से निरस्त हो गया सीएम का दौरा, वर्चुअन संबोधन किया
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का प्रस्तावित गौरिहार दौरा खराब मौसम के चलते रद्द करना पड़ा। जैसे ही मुख्यमंत्री का हेलीकॉप्टर खजुराहो पहुंचा, छतरपुर जिले में अचानक तेज आंधी और मूसलाधार बारिश शुरू हो गई। इसके चलते सभा स्थल, हेलीपेड और अस्थाई पार्किंग में जलभराव हो गया और प्रशासन को कार्यक्रम निरस्त करना पड़ा। गौरिहार में सभा स्थल पर लगा टेंट तेज हवा में उखड़ गया। वहीं, हेलीपेड क्षेत्र पूरी तरह जलमग्न हो गया। आयोजन स्थल के आसपास की खेतों में अस्थाई पार्किंग की गई थी, जो पानी से भर गई और सैकड़ों वाहन कीचड़ में फंस गए।सीएम बोले- राज्य मंत्री कंजूस
गौरिहार के कार्यक्रम में चंदला विधायत व वन राज्य मंत्री दिलीप अहिरवार ने गौरिहार में कॉलेज, गौशाला, सडक़ और पुल निर्माण समेत कई विकास कार्यों की मांग रखी। इसके बाद मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव अचानक बोले दिलीप (वन राज्यमंत्री) ने जो विकास कार्यों की घोषणा करके बतलाई है। बता दूं दिलीप जी कंजूस हैं। उन्होंने कहा कि माननीय मंत्री जी के बारे में कहा रहा हूं। इतने सारे काम करवाएं हैं। 184 करोड़ के काम छोटे होते हैं क्या। पौने दो सौ करोड़ से ऊपर है। जो मिला और थाली में खा रहे हो उसका तो आनंद लो। बाकी और बाद में लड्डू मांग लेना। लेकिन जो खा रहे हैं उसका भी आनंद लेना चाहिए।