वेल्थ क्रिएट करने की असरदार रणनीति
सैलरी से ज्यादा कैशफ्लो को महत्व दें: कियोसाकी कहते हैं कि सैलरी सिर्फ तब तक मिलती है जब तक आप काम करते हैं, लेकिन कैशफ्लो यानी ऐसा पैसा जो आपकी संपत्तियों से आता है (जैसे रियल एस्टेट, बिजनेस, निवेश), वह बिना काम किए आता रहता है। इसलिए ऐसे एसेट बनाएं जो हर महीने पैसे देती रहें। अच्छे कर्ज और बुरे कर्ज में फर्क जानिए: अच्छा कर्ज वह है जो आपको कमाई करने वाली चीजों में निवेश करने दे जैसे- प्रॉपर्टी या बिजनेस। जबकि बुरा कर्ज वह होता है जिससे आप ऐसी चीजें खरीदते हैं जो सिर्फ खर्च बढ़ाती हैं- जैसे महंगे गैजेट्स या लग्जरी सामान। कोई भी सामान खरीदने से पहले खुद से यह सवाल पूछें- क्या यह सच में जरूरी है या बस एक ख्वाहिश है?
कर्ज को स्मार्ट तरीके से इस्तेमाल करें: अगर कर्ज को समझदारी से इस्तेमाल किया जाए तो यह आपकी दौलत बढ़ाने में मदद कर सकता है। जैसे रियल एस्टेट खरीदने के लिए लोन लेना, जो बाद में किराया और प्रॉपर्टी की कीमत बढऩे से मुनाफा देता है। जैसे अगर आपके पैस कैश है तो भी होम लोन लेकर मकान खरीदें और उस पैसे को इक्विटी जैसे हाई रिटर्न वाले एसेट्स में धीरे-धीरे निवेश करें। इससे निवेश पर रिटर्न बढ़ता जाएगा और होम लोन पर ब्याज घटता जाएगा।
अमीरों की तरह बजट बनाइए: अपनी इनकम और खर्चों का ट्रैक रखें। अपने खर्चों को दो हिस्सों में बांटें- जरूरी (जैसे कि किराया, खाना और बिल) और गैर-जरूरी (जैसे बाहर खाना, शॉपिंग और मनोरंजन)। सिर्फ खर्च कम करने की बजाय आपको कमाई बढ़ाने पर ध्यान देना चाहिए। अमीर लोग अपनी आमदनी के कई सोर्स बनाते हैं, जैसे- निवेश, पार्ट-टाइम बिजनेस या रेंटल इनकम। इससे वो आराम से खर्च भी करते हैं और सेविंग भी।
फाइनेंशियल नॉलेज बढ़ाइए: धन कमाने के लिए सिर्फ मेहनत नहीं, पैसे की समझ भी जरूरी है। निवेश, टैक्स, रिस्क मैनेजमेंट जैसी चीजों की जानकारी आपको अच्छे फैसले लेने में मदद करती है। जितना ज्यादा सीखेंगे, उतना ज्यादा कमाएंगे।
फाइनेंशियल फ्यूचर को खुद कंट्रोल करें: आपको अपनी कमाई का कंट्रोल खुद लेना चाहिए। सिर्फ नौकरी पर निर्भर रहना सही नहीं है। बिजनेस, इन्वेस्टमेंट या कोई और रास्ता चुनिए जिससे आपकी आमदनी बढ़े और आप आर्थिक रूप से आजाद हो सकें।
रिस्क लेने से नहीं डरें: रॉबर्ट कियोसाकी ने कहा, अगर आपकी उम्र 45 साल तक है तो रिस्क लेने से नहीं डरें। असली अमीरी तब आती है जब आप जोखिम उठाना सीखते हैं। असफलता से सीखना और आगे बढऩा ही असली सफलता है। जो लोग अपने कंफर्ट जोन से बाहर निकलते हैं और कुछ अलग करते हैं, वही अमीर बनते हैं।