2,500 करोड़ से ज्यादा की गलत एंट्री
बैंक से इस क्वार्टर में अकाउंटिंग में एक बड़ी चूक हुई, जिसमें 2,500 करोड़ की आय और राजस्व की एंट्री गलत ढंग से दर्ज की गईं। ये एंट्री डेरिवेटिव और माइक्रोफाइनेंस क्षेत्रों से संबंधित थीं, जिन्हें बाद में पलटना पड़ा। जिसके चलते बैंक को घाटा हो गया। इस तिमाही के दौरान, इंडसइंड बैंक की कुल आय 14,706.7 करोड़ से घटकर 11,342.7 करोड़ हो गई, यानी इसमें 22.9% की गिरावट दर्ज की गई। वहीं, कुल व्यय 10,625.1 करोड़ से बढ़कर 11,833.6 करोड़ हो गया, जो 11.4% की वृद्धि है। आलोच्य अवधि में बैंक की गैर-निष्पादित परिसंपत्ति (NPA) 1.92% से बढ़कर 3.13% हो गई। इसी तरह, शुद्ध एनपीए 0.57% से बढ़कर 0.95% हो गया।
वर्षभर का प्रदर्शन
बैंक ने बताया कि 31 मार्च 2025 को समाप्त वित्त वर्ष 2024-25 में उसे कुल 2,575.5 करोड़ का मुनाफा हुआ है, जो पिछले वर्ष के 8,977.3 करोड़ की तुलना में 71.3% कम है। इस अवधि में कुल आय 2.2% बढ़कर 55,143.9 करोड़ से 56,358.1 करोड़ हो गई। वहीं, कुल व्यय में 16.3% की वृद्धि हुई और यह 39,279.9 करोड़ से बढ़कर 45,696.7 करोड़ हो गया।
धोखाधड़ी की आशंका
बैंक के बोर्ड को संदेह है कि वित्तीय कार्यों और रिपोर्टिंग से जुड़े कुछ कर्मचारी संभावित रूप से धोखाधड़ी में शामिल हो सकते हैं। इसके मद्देनज़र, बोर्ड ने कानूनी कार्रवाई शुरू करने और संबंधित जांच एजेंसियों को सूचित करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही, दोषी कर्मचारियों की जवाबदेही तय करने की प्रक्रिया भी आरंभ कर दी गई है।
चेयरमैन का बयान
इंडसइंड बैंक के चेयरमैन सुनील मेहता ने कहा, “बोर्ड और प्रबंधन ने माना है कि हमारी जैसी संस्था के लिए यह चूक दुर्भाग्यपूर्ण है। हालांकि, प्रबंधन और बोर्ड दोनों ने सभी पहचानी गई समस्याओं को समय रहते और समग्र तरीके से हल करने का संकल्प दिखाया है। पूर्व की सभी गड़बड़ियों को समाहित करने के बाद भी बैंक की बैलेंस शीट मजबूत बनी हुई है।” सीईओ की नियुक्ति प्रक्रिया जारी
बोर्ड वर्तमान में एक नए मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) की नियुक्ति की प्रक्रिया में है। उम्मीद की जा रही है कि 30 जून से पहले नए सीईओ का नाम भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) को भेज दिया जाएगा। तब तक बैंक की जिम्मेदारी वरिष्ठ अधिकारियों की एक समिति के पास रहेगी।