राजस्थान में यहां फिर चला वन विभाग का पीला पंजा, 25 मकान किए ध्वस्त, मुआवजा लेकर भी खाली नहीं कर रहे थे घर
25 Houses Demolished In Gulkhedi Village: गुलखेड़ी गांव में 215 परिवारों को विस्थापित करना है। जिसमें से 160 परिवारों को दूसरी किश्त मिल चुकी है और उन्हीं परिवारों को टाइगर रिजर्व से बाहर निकाला जा रहा है।
रामगढ़ विषधारी टाइगर रिजर्व के कोर क्षेत्र में विस्थापित परिवार के घर को तोड़ती जेसीबी मशीन (फोटो: पत्रिका)
Forest Department In Action Mode: रामगढ़ विषधारी टाइगर रिजर्व के कोर क्षेत्र में बसे गुलखेड़ी गांव में वन विभाग ने विस्थापन की प्रक्रिया तेज कर दी है। मुआवजा लेकर भी गांव खाली नहीं कर रहे 25 परिवारों के घरों पर वन विभाग व प्रशासन ने शुक्रवार को जेसीबी मशीन चलाकर मकान खाली करवाएं। इससे पहले 77 परिवारों को विस्थापित किया जा चुका है।
जानकारी के अनुसार जिला प्रभारी अधिकारी आईएफएस टी.मोहन.राज व टाइगर रिजर्व के फील्ड डायरेक्टर सुगनाराम जाट के मार्गदर्शन व उपवन संरक्षक एवं उपक्षेत्र निदेशक (कोर) अरविन्द कुमार झा के निर्देशन में यह कार्यवाही की गई। इस दौरान मौका मजिस्ट्रेट तहसीलदार रायथल, क्षेत्रीय वन अधिकारी रामगढ़, थानाधिकारी रायथल की मौजूदगी में ग्राम गुलखेड़ी से विस्थापित होने वाले परिवारों में से आज 25 परिवारों को सम्पूर्ण रूप से विस्थापित किया गया।
जबकि पूर्व में 77 परिवारों को विस्थापित किया जा चुका है। क्षेत्रीय वन अधिकारी सुमित कनोजिया ने बताया कि 27 जून तक गुलखेड़ी से कुल 102 परिवारों को संपूर्ण रूप से विस्थापित किया जा चुका है। विस्थापन की कार्यवाही में क्षेत्रीय वन अधिकारी जैतपुर व डीविजन उड़नदस्ता के संयुक्त प्रयास से प्रक्रिया को अंजाम दिया गया।
बूंदी के गुलखेड़ी गांव में घरों से समान निकालते विस्थापित परिवार (फोटो: पत्रिका) गौरतलब है कि गुलखेड़ी गांव में 215 परिवारों को विस्थापित करना है। जिसमें से 160 परिवारों को दूसरी किश्त मिल चुकी है और उन्हीं परिवारों को टाइगर रिजर्व से बाहर निकाला जा रहा है। विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार आगे भी इसी प्रकार अन्य शेष परिवारों को भूमि एवं मकानों से पूर्ण रूप से विस्थापित किया जाएगा एवं उक्त कार्यवाही गांव के सम्पूर्ण विस्थापन तक निरंतर जारी रहेगी।