आग इतनी भयावह थी कि दुकानों में रखे गैस सिलिंडरों में धमाके होने लगे, जिससे पूरे इलाके में अफरा-तफरी फैल गई। प्रत्यक्षदर्शियों की मानें तो सुबह के समय मेले की एक दुकान से अचानक धुआं निकलना शुरू हुआ और देखते ही देखते आग की लपटें भयानक रूप लेती चली गईं। आस पास की और दुकानों में भी आग फैल गई जिससे दुकानदारों में हड़कंप मच गया। दुकानदारों ने जैसे-तैसे अपना सामान बचाने की कोशिश भी की लेकिन ज्यादातर दुकानें धू-धू कर जल उठीं।
दो घंटे में दमकल ने बुझाई आग
घटना की जानकारी मिलते ही दमकल विभाग की कई गाड़ियां मौके पर पहुंचीं। दमकलकर्मियों ने दो घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। इस दौरान गांधी मैदान के आसपास सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई जिससे किसी तरह की और जनहानि न हो सके। मौके पर पहुंचे आला अधिकारी
एडीएम प्रशासन अरुण कुमार, एसपी सिटी विजयेंद्र द्विवेदी, एसडीएम सदर मोहित सिंह और सीओ सिटी रजनीश उपाध्याय ने घटनास्थल का निरीक्षण कर नुकसान का आकलन किया। प्रारंभिक जांच में सामने आया कि आग से क्रॉकरी, खिलौनों और घरेलू सामान की कई दुकानें पूरी तरह जलकर राख हो गईं। सिलिंडर फटने से स्थिति और भी भयावह हो गई थी।
रो पड़ीं महिला दुकानदार
घटना के बाद महिला दुकानदारों की आंखों से आंसू रुक नहीं रहे थे। कई महिलाएं अपने सामान और नुकसान को देखकर फफक कर रो पड़ीं। आग लगने के कारणों की जांच की जा रही है। प्रशासन का कहना है कि राहत व मुआवजा देने के लिए सर्वे कराया जा रहा है।