रातभर दहशत में डूबा इलाका, लोग छोड़ने लगे गांव
बदायूं की शांत फिजाओं में देर रात अचानक विस्फोटों की गूंज गूंजी और आग की लपटों ने आसमान को लाल कर दिया। उझानी नगर और आसपास के गांवों में लोग दहशत के मारे घरों से बाहर निकल आए। किसी को कुछ समझ नहीं आ रहा था कि क्या हो रहा है। मौके पर पहुंची पुलिस और फायर ब्रिगेड की टीमें आग पर काबू पाने की मशक्कत करती रहीं। DM अवनीश कुमार राय और SSP ब्रजेश कुमार सिंह ने रात में ही मौके पर पहुंचकर हालात संभाले और आसपास के गांवों को एहतियातन खाली कराने के आदेश दिए। प्रशासन की तत्परता के बावजूद आग का तांडव रुकने का नाम नहीं ले रहा था।
बरेली, संभल और बदायूं से बुलाई गई दमकलें
आग की भीषणता को देखते हुए प्रशासन ने बरेली, संभल और बदायूं से अतिरिक्त दमकल गाड़ियां मंगवाईं। करीब 18 घंटे तक लगातार आग बुझाने का अभियान चला, तब जाकर राहत की सांस ली गई। आग की लपटों और धमाकों के बीच दमकल कर्मियों ने जान की बाजी लगाकर हालात पर काबू पाया।
100 करोड़ से ज्यादा का नुकसान, कोई जनहानि नहीं
फैक्ट्री स्वामी के मुताबिक, अग्निकांड में 100 करोड़ रुपये से ज्यादा का नुकसान हुआ है। हालांकि गनीमत यह रही कि कोई जनहानि नहीं हुई। प्रशासन का कहना है कि अभी तक किसी के अंदर फंसे होने की पुष्टि नहीं हुई है।
मेंथा ऑयल रिसाव बना हादसे की वजह? जांच के आदेश
फैक्ट्री मालिक ने दावा किया कि स्ट्रक्चर गिरने से मेंथा ऑयल का रिसाव हुआ, जिससे यह भीषण आग लगी। वहीं DM अवनीश कुमार राय ने कहा है कि आग लगने की असल वजह की जांच कराई जाएगी। जांच के बाद ही कारणों का खुलासा हो सकेगा। रातभर जागते रहे लोग, खेतों में काटी रात
धमाकों और आग की भयावहता ने लोगों की नींद उड़ा दी। नगर उझानी और आसपास के गांवों में लोगों ने रात खेतों में गुजारी। कई ग्रामीणों ने आग की लपटों को मोबाइल में कैद किया, जो सुबह होते-होते सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।