सीन हटवाने का कारण
पहली वजह यह थी कि फिल्म बहुत लंबी हो रही थी, इसलिए यह सीन हटाना पड़ा। दूसरी वजह यह थी कि निर्देशक रमेश को लगा कि 16-17 साल के लड़के की हत्या दिखाना ठीक नहीं लगेगा। फाइनल सीन में गब्बर के हाथ पर एक काली चींटी चल रही होती है। वह उसे देखकर कहता है, “रामगढ़ का बेटा आया है,” और फिर चींटी को मार देता है। इसके बाद गांव में मेरे किरदार की लाश दिखाई जाती है, जिससे पता चलता है कि मेरा किरदार मर चुका है।खास सीन हटने पर हुआ था दुख
सचिन ने बताया कि उस समय एक अभिनेता के तौर पर उन्हें यह सीन कटने का दुख हुआ था।अभिनेता ने बताया, “उस समय मुझे बहुत बुरा लगा था, क्योंकि मेरा एक खास सीन था गब्बर के साथ, और वो हटा दिया गया था। हर अभिनेता को ऐसा लगेगा। लेकिन आज, जब मैं खुद एक निर्देशक हूं, तो मैं समझता हूं कि रमेशजी ने जो किया, वो सही था।”