आलिया भट्ट को 3 साल तक किया गुमराह, जानें कौन हैं जिसने तोड़ा एक्ट्रेस का भरोसा
Alia Bhatt News: एक्ट्रेस आलिया भट्ट को 3 साल तक धोखा देने वाली कोई और नहीं बल्कि उनकी पर्सनल असिस्टेंट थी। जिसे पुलिस ने अब गिरफ्तार कर लिया है। आइये जानते हैं पूरा मामला…
Alia Bhatt Personal Assistant Arrested: आलिाया भट्ट एक बार फिर सुर्खियों में हैं। वह अपनी नई फिल्म या परिवार की वजह से नहीं बल्कि उनके साथ धोखाधड़ी हुई थी उसे लेकर चर्चा में आ गई है। मुंबई की जुहू पुलिस ने आलिया भट्ट की पूर्व निजी सहायक (PA) वेदिका प्रकाश शेट्टी को गिरफ्तार किया है। वेदिका पर आरोप है कि उन्होंने आलिया की प्रोडक्शन कंपनी Eternal Sunshine Productions Pvt Ltd और उनके निजी बैंक खातों से कुल मिलाकर ₹76,90,892 रुपये हड़प लिए हैं।
आलिया भट्ट की पूर्व पर्सनल असिस्टेंट गिरफ्तार (Alia Bhatt Personal Assistant Arrested)
आलिया भट्ट के साथ ये धोखाधड़ी साल 2022 से लेकर मई 2024 तक हुई थी। ये पूरा मामला उस समय सामने आया था जब आलिया भट्ट की मां और प्रोडक्शन हाउस की निदेशक सोनी राजदान ने 23 जनवरी 2025 को पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज करवाई थी। इसके बाद भारतीय न्याय संहिता की धारा 316(4) (आपराधिक विश्वासघात) और धारा 318(4) (धोखाधड़ी) के तहत आलिया की पर्सनल असिस्टेंट पर केस दर्ज किया गया था। पुलिस सूत्रो से पता चला है कि वेदिका शेट्टी आलिया भट्ट के पास साल 2021 में आई थीं और उन्होंने बतौर निजी सचिव के रूप में तब से ही काम शुरू किया था 2024 तक वह आलिया के साथ ही रहीं। इस दौरान उन्हें फाइनेंशियल डॉक्यूमेंट और पेमेंट से जुड़े कई अधिकार दिए गए थे। जिसका वेदिका ने फायदा उठाया।
पुलिस ने बताया वेदिका कैसे करती थीं आलिया से फ्रॉड
पुलिस द्वारा की जा रही जांच में सामने आया है कि वेदिका शेट्टी फर्जी बिल बनाकर आलिया से उनके साइन करवाती थीं। वह उन्हें यह कहकर गुमराह करती थीं कि ये खर्चे आलिया की यात्राओं, मीटिंग्स और अलग-अलग प्रोग्राम से जुड़े हैं। वेदिका शेट्टी ने प्रोफेशनल तरीके इन बिलों को ऑनलाइन टूल्स से डिजाइन किया था ताकि वे असली लगें। इन सभी बिलों पर आलिया के साइन के बाद, सारा पैसा एक करीबी दोस्त के बैंक में ट्रांसफर किया जाता था जो बाद में पूरा पैसा वेदिका शेट्टी को लौटा देता था।
सोनी राजदान ने कराया था मामला दर्ज
बता दें, जब सोनी राजदान वेदिका शेट्टी के खिलाफ शिकायत दर्ज की तो वह फरार हो गई और लगातार लोकेशन बदलती रहीं। वह पहले राजस्थान, फिर कर्नाटक के अंदरूनी इलाकों, फिर पुणे और आखिर में बेंगलुरु पहुंचीं। जुहू पुलिस की टीम ने बेंगलुरु से उन्हें हिरासत में लिया और पांच दिन के ट्रांजिट रिमांड पर मुंबई लाया गया है।