हाई रेज्यूलेशन कैमरों की मदद से टाइगर और उसके शावकों (Tiger Missing in MP) की लोकेशन पर नजर है। अधिकारियों के मुताबिक हरियाली बढ़ गई हैं। ऐसे में वन क्षेत्र के अंदरूनी हिस्सों के फुटेज पाना मुश्किल हो रहा है। यही कारण है कुछ समय से टाइगर कैमरे में ट्रैप नहीं हो पाया। वन विभाग (Forest Department) ने चार करोड़ से ई सर्विलांस सिस्टम बनाया है। केरवा में मुख्यालय है।
अवैध प्रवेश रोकने के लिए बाउंड्री में सुधार
वन क्षेत्र में अवैध प्रवेश रोकने के लिए बाउंड्री में सुधार किया गया है। अधिकारियों के मुताबिक लोहे फैसिंग जहां जहां टूट गई थी वह सही कराई गई है। कलियासोत में सबसे ज्यादा स्थानों पर इस तरह के हालत थे। इससे पहले जनवरी 2025 में कोलार के चंदनपुरा क्षेत्र में मॉर्निंग वॉक पर टाइगर नजर आने का वीडियो सामने आया था।
हाई रेज्युलेशन कैमरों से ढूंढ़ रहा वन विभाग
टाइगर वन क्षेत्र के भीतरी हिस्से में हैं। वन विभाग हाई रेज्युलेशन कैमरों से निगरानी कर रहा है। अभी वन क्षेत्र में हरियाली अधिक है। वाहनों का रास्ता बंद हो गया है। –लोकप्रिय भारती, जिला वन अधिकारी