रायशुमारी के लिए नरेला विस पहुंची थी पर्यवेक्षकों की टीम
बता दें कि पर्यवेक्षकों की टीम नरेला विधानसभा में जिलाध्यक्ष के लिए रायशुमारी करने पहुंची थी। तब पूर्व जिलाध्यक्ष मोनू सक्सेना और नरेला विधानसभा से कांग्रेस प्रत्याशी रहे मनोज शुक्ला के समर्थकों ने नारेबाजी शुरू कर दी। यह देखकर एआईसीसी की तरफ से नियुक्त पर्यवेक्षक यशोमती ठाकुर ने माइक अपने हाथ में ले लिया और मीटिंग खत्म करने की घोषणा कर दी। उन्होंने कहा कि अब वन टू वन चर्चा की जाएगी।
पर्यवेक्षक के जाते ही उठाई कुर्सियां, हुई हाथापाई
जैसे ही पर्यवेक्षक वन टू वन चर्चा के बाद मौके से चली गईं, तो उनके जाते ही दोनों गुटों के समर्थकों ने कुर्सियां उठा लीं। इसके बाद उनके बीच हाथापाई शुरू हो गई।
दो दिन पहले भी आपस में भिड़ गए थे समर्थक
बता दें कि दो दिन पहले मध्य विधानसभा में हुई रायशुमारी में आरिफ मसूद और साजिद अली समर्थक भिड़े थे। बता दें कि ‘संगठन सृजन अभियान’ का शुभारंभ लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने बीते 3 जून को किया था। तब वे भोपाल दौरे पर थे। इस अभियान के तहत कांग्रेस ने 61 पर्यवेक्षकों को नियुक्त किया है, ये मध्य प्रदेश के विभिन्न जिलों में पार्टी की स्थिति का आकलन कर रहे हैं। लेकिन हाथापाई की ये घटनाएं पार्टी में आंतरिक कलह को उजागर कर रही हैं।