लोकसभा नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने निशाना साधते हुए कहा कि ये बीजेपी, आरएसएस वालों को मैं अच्छी तरह जानता हूं। इन पर थोड़ा सा दबाव डालो, थोड़ा सा धक्का मारो। डरकर भाग जाते हैं। जैसे उधर से ट्रंप ने एक इशारा किया, फोन उठाया, कहा- मोदी जी क्या कर रहे हो। नरेंदर.. सरेंडर… और जी हुजूर कर मोदी जी ने ट्रंप के इशारे का पालन किया।
आगे राहुल ने कहा कि आपको एक समय याद होगा जब फोन कॉल नहीं आया था। 7th फ्लीट आई थी। 71 वन की लड़ाई में हथियार आए थे, एयरक्रॉफ्ट कैरियर आए थे। इंदिरा गांधी जी ने कहा कि मुझे जो करना है करूंगी। ये फर्क है…इनका कैरेक्टर है ये। सारे के सारे ऐसे हैं। आजादी के समय से सरेंडर वाली चिट्टी लिखने की आदत है। एक सेकेंड में थोड़ा-सा दवाब पड़े भाइया ये लो..हां तो ये इनका कैरेक्टर है। कांग्रेस पार्टी सरेंडर नहीं होती है। गांधी जी, जवाहर लाल नेहरू, सरदार पटेल ये सरेंडर वाले लोग नहीं है। ये सुपरपावर से लड़ने वाले लोग हैं।
जातिगत जनगणना पर बोले राहुल
राहुल गांधी ने कहा कि हमने कह दिया कि हम सामाजिक न्याय की लड़ाई लड़ेंगे और लोकसभा में जातिगत जनगणना पास करवा के दिखाएंगे।इस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मोहन भागवत, नितिन गडकरी ने कई बातें कहीं, लेकिन इन पर थोड़ा सा दबाव पड़ा और ये सरेंडर कर गए। बीजेपी-आरएसएस के लोग दबाव में आकर जातिगत जनगणना की बात बोल गए हैं, लेकिन जातिगत जनगणना नहीं कराना चाहते हैं। ये लोग देश में न्याय नहीं चाहते।