अब गिलहरी, खरगोश, चमगादड़ भी काट रहे, बढ़ रहे मामले
हैरानी की बात यह है कि गिलहरी, खरगोश, गाय, गीदड़, चमगादड़ और यहां तक कि इंसानों और बच्चों के काटने के भी केस दर्ज हुए हैं। रेबीज का खतरा सिर्फ काटने तक सीमित नहीं है। रेबीज युक्त बकरी और गाय का दूध पीने से 19 मरीजों को संक्रमण हुआ, जबकि रेबीज संक्रमित गाय के संपर्क में आने से भी 2 केस दर्ज हुए हैं। चमगादड़ के काटने के 3 मामले भी सामने आए हैं। ये मामले कर देंगे हैरान
- बंदर काटने के 69 केस (41 पुरुष, 28 महिलाएं)
- चूहे काटने के 81 केस (46 पुरुष, 35 महिलाएं)
- गिलहरी, खरगोश, गाय, गीदड़, इंसान और बच्चों के काटने के भी मामले
- रेबीज युक्त दूध (गाय/बकरी) के सेवन से 19 मरीज प्रभावित
दूध से संक्रमित होने वाले मामले भी आए
रेबीज एक जानलेवा बीमारी है और इसे हल्के में लेना खतरनाक हो सकता है। किसी भी जानवर के काटने की स्थिति में तुरंत अस्पताल जाकर एंटी रेबीज वैक्सीन लगवाना जरूरी है। खासकर दूध से संक्रमित होने वाले मामले नए खतरे के रूप में सामने आए हैं।
डॉ. राकेश श्रीवास्तव, सिविल सर्जन, जेपी अस्पताल