अगले 24 घंटे ‘भारी बारिश’ की चेतावनी, 11 जिलों में अलर्ट
MP Weather: मौसम विभाग ने आज प्रदेश के 11 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। इन जिलों में 24 घंटे के अंदर 4 इंच से ज्यादा बारिश होने का अनुमान है।
MP Weather: मध्यप्रदेश में बारिश पर लगा ब्रेक अब खत्म हो रहा है। अगस्त माह की शुरुआती सप्ताह में बारिश का दौर थमा था लेकिन अब फिर से बारिश का सिलसिला शुरू हो गया है। 13 अगस्त के बाद बारिश की गतिविधियों में तेजी आने की संभावना जताई जा रही है। अगस्त में भले ही बारिश न हुई हो, लेकिन जुलाई में लगातार झमाझम बारिश के चलते अगस्त माह का कोटा भी आधे से ज्यादा पूरा हो गया था। वहीं मौसम विभाग ने आज प्रदेश के 11 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। इन जिलों में 24 घंटे के अंदर 4 इंच से ज्यादा बारिश(Heavy Rain) होने का अनुमान है।
MP Weather (फोटो सोर्स : पत्रिका) मौसम विभाग(MP Weather) के मुताबित, मध्यप्रदेश के 11 जिलों में भारी बारिश(Heavy Rain) होने की संभावना है। इनमें छतरपुर, सतना, पन्ना, रीवा, मैहर, दमोह, कटनी, जबलपुर, सिवनी, मंडला और बालाघाट शामिल है। यहां 24 घंटे के अंदर 4 इंच से ज्यादा बारिश होने का अनुमान है। वहीं 13 अगस्त से बंगाल की खाड़ी में एक लो प्रेशर बनने की संभावना है। इसका असर भोपाल, इंदौर और उज्जैन संभाग में देखने को मिलेगा।
बादलों के कारण दो डिग्री गिरा पारा
राजधानी में सोमवार को मौसम का मिजाज नरम रहा। दिनभर शहर में बादल छाए रहे। इसके कारण अधिकतम तापमान में 1.8 डिग्री तक गिरावट हो गई और तेज उमस से लोगों को थोड़ी राहत मिली। शहर में अधिकतम तापमान 29.6 और न्यूनतम 24 डिग्री दर्ज किया गया। एक अगस्त के बाद अधिकतम तापमान 30 डिग्री के नीचे पहुंचा है। पिछले साल भदभदा के गेट 2 अगस्त को खुल गए थे, लेकिन इस बार बड़े तालाब को फुल टैंक लेवल तक पहुंचने के लिए लगभग ढाई फीट पानी की जरूरत है।
बंगाल की खाड़ी में लो प्रेशर
mp weather (फोटो सोर्स : पत्रिका) मौसम विशेषज्ञ पीके साहा का कहना है कि अब तक मानसून ट्रफ लगातार ऊपरी हिस्से में बनी थी, इसलिए बारिश की गतिविधियों में कमी आई थी, जबकि अब सिस्टम एक्टिव होने लगे हैं और मानसून ट्रफ भी नीचे की ओर खिसकने लगी है। इसके कारण मौसम में बदलाव आ रहा है। अभी पश्चिमोत्तर उप्र की ओर एक ऊपरी हवा का चक्रवात है, साथ ही कच्छ और निकटवर्ती क्षेत्रों में भी ऊपरी हवा का चक्रवात है। इसके कारण नमी आ रही है। इसके साथ ही 13 अगस्त से बंगाल की खाड़ी में एक लो प्रेशर बनने की संभावना है।