एआई आधारित लैब होगी स्थापित
राजधानी
भोपाल के एआइ आधारित लैब की स्थापना वोकेशनल एजुकेशन इंस्टीट्यूट (Vocational Education Institute) में होगी। लागत करीब दो करोड़ आएगी। स्कूली कोर्स में मशीनों को भी जोड़ा जा रहा है। बच्चों के स्किल डवलपमेंट पर फोकस रहेगा। जिम्मा एनसीईआरटी के वोकेशनल इंस्टीट्यूट के पास है। नई शिक्षा नीति (New Education Policy) लागू होने के बाद स्किल डवलपमेंट बढ़ाने सिलेबस (Skill Development Syllabus) तैयार किया है। इसके लिए संस्थान लैब शुरू करेगा।
मैकेनिकल इंजीनियरिंग से लेकर कम्प्यूटर साइंस तक की सीख
इसमें बच्चों को मैकेनिकल इंजीनियरिंग से लेकर कम्प्यूटर साइंस तक की सीख दी जाएगी। पहली लैब श्यामला हिल्स स्थित क्षेत्रीय संस्थान में बनेगी। जापान सहयोग देगा
अधिकारियों ने बताया कि जापान सहित कई बड़े संस्थानों का सहयोग रहेगा। हाल ही में एक अनुबंध भी हो चुका है। स्कूल की चारदीवारी से निकलकर बच्चों को यहां सीखने का मौका मिलेगा। लैब की संख्या आगे बढ़ाई जाएगी।
जर्मनी में चलन
मेकाट्रॉनिक्स में मैकेनिकल इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रॉनिक्स, कंप्यूटर साइंस और रोबोटिक्स जैसे कई क्षेत्र होते हैं। इससे कॅरियर बनाने में मदद मिलती है। जर्मनी, जापान की स्कूल शिक्षा में इसका चलन है। भारत में भी विस्तार हो रहा है।
काम चल रहा है
स्कूली विद्यार्थियों के स्किल डवलपमेंट के लिए लैब शुरू होनी है। काम चल रहा है। वीसी मल्होत्रा, कार्यक्रम समन्वयक, वोकेशनल इंस्टीट्यूट, एनसीईआरटी