बोर्ड अध्यक्ष पटेल ने गुरुवार को ईदगाह की तैयारियों का जायजा लिया। ईद उल अजहा(Bakrid 2025) 7 जून को मनाई जाएगी। ईदगाह में सुबह 6.30 बजे नमाज होगी। इसके बाद शहर में कुर्बानी का सिलसिला शुरू होगा। नमाज और कुर्बानी के चलते साफ सफाई और नियम कानूनों का विशेष ध्यान रखने पर जोर है। इसी को देखते हुए एक दिन पहले हिदायत दी गई हैं। शहर में अस्थाई कुर्बानीगाह बने हैं। सार्वजनिक स्थानों पर कुर्बानी नहीं होगी। नगर निगम ने साफ सफाई के लिए वाहनों के इंतजाम रखें हैं।वहीं बोर्ड ने वक्फ सम्पत्तियों के मुतवल्लियों और प्रबंध समितियों को ये निर्देश दिए हैं। एडवाइजरी का इन्हें पालन कराना होगा।
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शहर की ईदगाह ऐतिहासिक है। वक्फ बोर्ड अध्यक्ष सनव्वर पटेल ने गुरूवार को यहां पहुंचे। 7 जून को यहां नमाज अदा कराई जाएगी। इसकी तैयारियों का जायजा लिया। शहर की ईदगाह ऐतिहासिक है। वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष ने बताया करीब ढाई सौ वॉलिंटियर्स तैनात रहेंगे। पार्किंग स्थल को सुचारू एवं सरल बनाया गया है। ईदगाह में नए इंतजामों की योजना पर जोर दिया है। इस मौके पर शहर के आर्किटेक्ट एवं समाजसेवी एसएम हुसैन सहित कई के कई लोग मौजूद रहे।
मसाजिद कमेटी के अनुसार ईद की नमाज का समय
- ईदगाह 6.30 बजे
- ताजुल मसाजिद 6.45 बजे
- जामा मस्जिद 7.00 बजे
- मोती मस्जिद 7.15 बजे
- मस्जिद बिलकिस जहां 7.30 बजे
शुक्रवार को बोहरा समाज की ईद
बोेहरा समाज शुक्रवार को ईद का त्योहार मनाएगा। इस दौरान फजिर की नमाज के आधे घंटे बाद ईद की नमाज अदा की जाएगी। इस तरह सेफिया कॉलेज मस्जिद, अलीगंज, बुरहानी मस्जिद सहित दस स्थानों पर पहुंचकर समाज के लोग नमाज अदा करेंगे।
पशुओं का खून बहाना उचित नहीं – नियाज
बकरीद के 48 घंटे पहले, विश्व पर्यावरण दिवस पर एमपी के आईएएस अधिकारी और नॉवेल राइटर नियाज खान ने पशुओं के खून बहाने को अनुचित बताया है। उन्होंने दो अलग-अलग ट्वीट कर कहा है कि इस धरती पर सिर्फ मनुष्य ही नहीं बल्कि सबकी रक्षा होनी चाहिए। ट्वीट में उन्होंने लिखा, पशुओं का खून बहाना कहीं से कहीं तक उचित नहीं है। इसके पहले उन्होंने पहले ट्वीट में लिखा कि यह धरती केवल मनुष्यों के ही लिए नहीं है। पेड़, पौधे, जीव जंतु इन सबका भी अधिकार है।