इस नई व्यवस्था के तहत, जो विद्यार्थी फरवरी में बोर्ड परीक्षा देंगे, उन्हें जुलाई में होने वाली द्वितीय परीक्षा में शामिल होने का मौका भी मिलेगा। इस बदलाव का असर साल 2024-25 की परीक्षा से होगा। विभागीय अधिकारियों का कहना है कि इस बार मध्य प्रदेश बोर्ड की 10वीं और 12वीं परीक्षा में करीब 17 लाख विद्यार्थी शामिल होंगे, जिनका परिणाम जल्द ही घोषित होगा। इसके बाद, जुलाई में द्वितीय परीक्षा का आयोजन किया जाएगा, जिसमें पहली परीक्षा देने वाले विद्यार्थी ही शामिल होंगे। दोनों परीक्षा के अंकों के आधार पर वार्षिक परीक्षा का परिणाम तैयार होंगे।
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नई व्यवस्था के तहत जो विद्यार्थी दूसरी परीक्षा में बैठने के पात्र होंगे, उनके लिए ये प्रावधान होगा कि उनका परीक्षाफल घोषित होने तक, उन्हें अगली कक्षा में अस्थायी एडमिशन की परमिशन मिल सकेगी। अगर ये विद्यार्थी द्वितीय परीक्षा में सफल होते हैं तो उनकी उपस्थिति को भी माना जाएगा। वहीं, अगर कोई स्टूडेंट पहली परीक्षा में अनुपस्थित या अनुत्तीर्ण रहता है तो उसे दूसरी परीक्षा में बैठने का मौका मिलेगा। साथ ही, जो स्टूडेंट सभी विषयों में उत्तीर्ण हो गए, वे अंक सुधार के लिए भी द्वितीय परीक्षा में शामिल हो सकेंगे। हालांकि, दूसरी परीक्षा में छात्र पहले परीक्षा में लिए विषय नहीं बदल सकेंगे।